Soumya Food Pvt. Ltd. Divya Rawat : क्या है सच वीडियो का ! तो क्या हरीश रावत Harish Rawat पहाड़ वो भी खासकर गढ़वाल विरोधी हैं ….. ?
इस अश्लील शब्दावली वाले वीडियो को खुले मंच पर लाने के लिए माफी चाहूंगा परन्तु इसे सामने लाए बिना सच्चाई भी उजागर नहीं हो सकती है । इसलिए हर उत्तराखंडी को वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर करना चाहिए ताकि हमारी सरकारें भी ऐसे लोगों को आर्थिक संरक्षण देना बंद कर दे । हमारा मकसद मशरूम गर्ल दिव्या रावत की प्रतिष्ठित छवि को धूमिल करना भी नहीं है । लेकिन दिव्या रावत से यह उम्मीद भी करते हैं कि वह अपनी बड़ी बहिन जो कि उसके नाम पर लोगों को धमका रही है अश्लील व असभ्य शब्दों का प्रयोग कर पूरे उत्तराखंडी समाज को गाली गलौच कर चारित्रिक हनन कर रही है वह उसकी जुबान पर लगाम लगाने की दिशा में भी अवश्य काम करे । शकुंतला की यह बेलगाम जुबान दिव्या के मिशन को पलीता लगाने के अलावा और कुछ नहीं करेगी । यह बात अब दिव्या को भी समझ लेनी चाहिए ।
जी हाँ ये मै नहीं कह रहा हूँ ….. बल्कि यह बात कह रही है इस वीडियो क्लिप में कैद हुई ये महिला । यहाँ स्पष्ट कर दें कि यह महिला समाजसेविका नहीं बल्कि एक व्यवसाई है और इसने जो व्यवसाय शुरू किया है उसे न करने के लिए तत्कालीन मुख्यमंत्री हरीश रावत ने उसे रोका भी था, ऐसा इस महिला ने वीडियो में कहा है । स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि इस खबर के मार्फत हम पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत की पहाड़ी सोच पर सवाल खड़े नहीं कर रहे हैं, बल्कि वीडियो में जो ये महिला कह रही है उसका जबाब / सच्चाई ढूंढ रहे हैं । उम्मीद करते हैं कि हरीश रावत जी महिला के दावों पर अवश्य कुछ कहेंगे । क्योंकि भले ही आज हरीश रावत चुनाव हारे हुए नेता क्यों न हों लेकिन पहाड़ी जनमानस उन्हें हमेशा सबसे मजबूत पहाड़ी सोच वाला दिग्गज नेता मानता आया है । अब अगर इस बीच ठीक इसके उलट इस तरह का वीडियो सामने आ जाता है तो सवाल भी अवश्य खड़े होंगे और जबाब भी मांगे जाएंगे ।
- आखिर क्यों रोकना चाहा एक मुख्यमंत्री ने महिला को व्यवसाय करने से ?
- किस बात के लिए सतर्क कर रहे थे पूर्व मुख्यमंत्री इस महिला को ? यह तो आप स्वयम ही इस वीडियो क्लिप में सुनिएगा ।
अगर वीडियो क्लिप में मौजूद महिला जो कि Soumya Food Pvt. Ltd. की संचालिका की भूमिका में दिखाई दे रही है उसका साफ साफ कहना है कि गढ़वालियों की ……. में दम नहीं है ……. वह अपनी …….. हिलाने को तैयार नहीं हैं ….करीब 42 सेकंड के इस वीडियो के अंतिम हिस्से में वह जो कहती है वह तो और भी चौकाने वाली बात सामने आई है । महिला का साफ साफ कहना है कि हरीश रावत (तत्कालीन मुख्यमंत्री) ने तभी तो उसे समझाया भी कि तू किन लोगों के साथ काम करने की सोच रही है ….. । बहरहाल आपको यहाँ पर एक बात और बताना चाहूँगा कि ये जो महिला पहाड़ियों / गढ़वालियों के लिए गलियाँ बॅक रही है ये उत्तराखंड की ब्रेण्ड एम्बेस्डर मशरूम गर्ल दिव्या रावत की बड़ी बहिन शकुंतला है ।
अपने पाठकों को बता दें कि यह वीडियो इसी दिसंबर माह के प्रथम सप्ताह वर्ष 2017 का है । हमारे खबरिया सूत्रों के हवाले से मिले इस EXCLUSIVE वीडियो ने एक बार फिर से Soumya Food Pvt. Ltd. की सच्चाई से पर्दा उठाकर उसे बे- नकाब कर दिया है । बताते चलें कि हाल ही में उत्तराखण्ड सहकारी प्रबंधन संस्थान के अधिकारियों का एक दल जब Soumya Food Pvt. Ltd. में पहुंचा तो उनका सामना इन मोहतरमा से हुआ । नाम न छापने की शर्त पर हमारे एक सूत्र ने बताया कि जब अधिकारियों का दल जिसमें कि दो महिला अधिकारी भी मौजूद थीं तो मशरूम गर्ल व उत्तराखंड की ब्रेण्ड एमबेसडर दिव्या रावत की व्यावसायिक प्रा0 लिमिटेड कंपनी में पहुंचे तो दिव्या वहां मौजूद थीं फिर भी उसकी बहिन शकुंतला ने दल के सदस्यों से उसे नहीं मिलने दिया । बताया गया कि शकुुंतलाा ने अधिकारियों को सबसे पहले तो यह कहते हुए टोक दिया कि आप लोग बिना किसी सूचना के कैसे पहुँच गए हो ? साथ ही यह भी कहा कि दिव्या वो करती है जो मै कहती हूँ सारा इनवेस्टमेंट मेरा है (सम्मानित पाठक जन कृपया आप वीडियो में भी गौर से सुने जिसमें शकुंतला यह दावा कर रही है कि मै पैसा लगाने को तैयार हूँ …… )
खैर … आगे बताया गया कि दिव्या बगल के ही कमरे में थी लेकिन उसकी बहिन ने सरकारी दल से बहिन को मुखातिब नहीं होने दिया और खुद ही अपनी कंपनी के प्रोडक्ट अधिकारियों के दल को दिखाने लगी । और अंत में शकुंतला ने अधिकारियों के साथ एक ग्रुप फोटो खिंचवाने के लिए अवश्य दिव्या को बाहर बुलवाया था । फिर जब अधिकारी सौम्या फूड से संतुष्ट नहीं हुए तो उन्होने पास में ही एक अन्य मशरूम प्लांट की विजिट की जिसकी अधिकारियों ने खूब सराहना भी की ऐसा हमारे सूत्रों ने बताया है ।
अब सवाल यह कि
- अगर राज्य सरकार ने दिव्या रावत को ब्रेण्ड एम्बेस्डर बनाया है तो फिर वह क्यों नहीं अधिकारियों से मिली ?
- आखिर कौन है शकुंतला जो दिव्या के नाम पर आए दिन सब पर रौब झाड़ रही है और पहाड़ी समाज को गाली गलौच कर रही है ?
- आखिर क्यों नहीं सरकार इस मामले को संग्यान में लेकर , राज्य सरकार की ब्रेण्ड एम्बेस्डर दिव्या रावत से जबाब तलब करती ?
- आखिर क्यों राज्य सरकार की ब्रेण्ड एम्बेस्डर दिव्या रावत की बहिन शकुंतला पहाड़ी समाज के लोगों को अश्लील व भद्दी गलियाँ बक रही है ?
- कौन है ये शकुंतला ? क्या अब इस बात की छानबीन नहीं होनी चाहिए जो खुलेआम दिव्या रावत के नाम पर दादागिरी कर आम लोगों को जलील कर रही है ?
- और सबसे अहम बात अगर सौम्या फूड में सब कुछ शकुंतला कर रही है तो उपलब्धियां दिव्या के नाम क्यों ? सम्मान दिव्या को क्यों ? राज्य की ब्रेण्ड एम्बेस्डर दिव्या क्यों ? कहीं ऐसा तो नहीं कि चुनावी बाजी जीतने के चक्कर में पूर्ववती कांग्रेस सरकार यह सब जल्दबाज़ी में कर गई ? हो सकता है दिव्या सही काम कर रही हो परंतु अब जिस तरह से उसकी बहिन आगे आ रही है उससे तो कहीं न कहीं यह वर्चस्व की लड़ाई भी नजर आती है ।
नीचे फ्रेम में आप अभी वीडियो देखेंगे और सुनेंगे कृपया उसके बाद अपने सुझाव भी दें कि क्या ऐसे लोगों को जो हमारी सरकार संरक्षण दे रही है , क्या वह सही है ? सरकार को क्या कदम उठाना चाहिए इस पर भी अपने सकारत्मक सुझाव देने कि कृपा करें ।
नीचे दिये गए इस वीडियो को आप भी सुने और देखें दिव्या रावत की बहिन किस तरह के अश्लील और असभ्य शब्दों का प्रयोग कर गढ़वाली समाज को नीचा दिखा रही है । क्लिक करें और देखें …. इसी मे वह पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का भी नाम ले रही है ……..
आपने वीडियो देखा और सुना कृपया अपने सुझाव भी दें । क्या ऐसे लोगों को जो हमारी सरकार संरक्षण दे रही है क्या वह सही है ?
मेरी फेसबुक पोस्ट दो दिन पहले की –
इस पोस्ट से संबन्धित दूसरा वीडियो फेसबुक आई डी shashibhushan.maithani@gmail.com पर मौजूद है ….
एक ऐसा ही वीडियो चंद रोज पहले पर्वतजन ने भी अपनी वेबसाईट पर अपलोड किया था जिसमें …. गालियां ऐसी कि पहाड़ भी थरथरा जाए ! पहाड़ी मर्दो ने भी आज तक इतनी असभ्य और अश्लील गालियां नही बकी होंगी ये हम दावे के साथ कह सकते हैं ।
क्या #उत्तराखण्ड_सरकार कोई कार्रवाई करेगी अब इस वाहयाद औरत पर ?
जी हाँ सरकार इसलिए क्योंकि यह महिला जो #पहाड़ी_समाज की #औरतों के #चरित्र पर सवाल उठा रही है वह और कोई नहीं बल्कि उत्तराखंड की #ब्रेंड_एम्बेसडर #दिव्या_रावत की बहिन है ।
ये वही मामला है जिसमें दिव्या रावत ने कई लोगो पर #मुकदमा किया है और अपने लिए सरकार से #सुरक्षा मांगी है। #मशरूम_गर्ल या #मशरूम_लेडी दिव्या ने कहा था कि सैकड़ों लोगों ने उसके साथ गाली गलौच की लेकिन अब आप हम सब इस वीडियो से असल सच्चाई को जान लें ।
#गाली वो भी बेहद ही नीच दर्जे की कौन बक रहा है ? दिव्या की बहिन !
#धमकी कौन दे रहा है ?
दिव्या की बहिन !
* #पहाड़ी समाज की महिलाओं के चरित्र पर सवाल कौन उठा रहा है ?
#दिव्या_की_बहिन !
#जय हो #हमारी_उत्तराखण्ड_सरकार आपकी जो आपने हम पहाड़ियों के मान सम्मान के लिए ऐसे ब्रेंड एम्बेसडर थोप दिए हैं ।
सरकार दो चार और हैं किसी कोने में तो ले आओ उन्हें भी । क्योंकि हम उत्तराखण्ड के लोग बने ही #ठुकने #पिटने व #लुटने के लिए हैं ।
बहरहाल ……..
लेकिन अब जब ये #वीडियो सामने आ गया है तो #सच्चाई भी फूट-फूट कर लोगों के सामने आ चुकी है । ये जो औरत #गालियां बक रही है यही दिव्या रावत की #सलाहकार भी है ।
#खैर…… हमें शायद आज कुछ ज्यादा लिखने की जरूरत नहीं बल्कि आपको यह वीडियो देखने व सुनने की जरूरत है । यह वीडियो सबसे पहले पर्वत जन के मार्फ़त लोगों के सामने आया और #पर्वतजन टीम ने इस मामले को सामने लाकर इस धूर्त गल्दियो औरत के चेहरे को बेनकाब किया जो आए दिन पहाड़ की #पैरोकार बनकर मलाई काट रहे हैं । ये वाहयाद औरत जिस तरह से पूरे उत्तराखंड समाज की महिलाओं को #अश्लील_व_आपत्ति जनक शब्दो का प्रयोग कर उनका #सामाजिक_चीरहरण कर रही है , ऐसे में तो प्रशासन को तुरन्त इसे दबोच कर #काल_कोठरी में ठूंस देना चाहिए । साथ ही साथ इसका व इसके #संरक्षण प्राप्त का सामाजिक बहिष्कार व तिरष्कार होना चाहिए । महिला संगठनों को या अन्य #सामाजिक_संगठनों को आगे आकर इसके #खिलाफ मोर्चा खोलना होगा । और इसके सामाजिक पारिवारिक व आर्थिक जीवन की गहनता से जांच के लिए #शासन_प्रशासन पर दबाव बनाना होगा । यह उत्तराखंड का चरित्र तो बिल्कुल भी नहीं है जो ये #धूर्त और #मूर्ख औरत दिखा रही है ।
मैं इस बात से पूरी तरह आश्वस्त हूँ कि वर्तमान #मुख्यमंत्री #त्रिवेन्द्र_रावत जी अवश्य इस मामले को #संज्ञान में लेकर इस पर न सिर्फ #कार्रवाही के #आदेश देंगे बल्कि इनके #कारनामों की #गहनता से #जांच के आदेश भी देंगे ।
This lady has exposed herself but she has exposed Harish Rawat completely. Harish Rawat is actually against garhwali . News in media also claims that he was against formation of Uttarakhand. In his career spanning more than 4 decades Harish Rawat has always worked against Congress leaders from Garhwal.
इसके बारे मे कमेंट करते हुए भी शर्म आ रही है
इन महिला की बैकग्राउंड ही गलत लग रही है वरना दिवया रावत की बहन होकर इन तरह की भाषा का उपयोग बात बात पर करना और जिस रौब के साथ ये लोगों से बात कर रही हैं उसे लगता है कि ये महिला किसी को कुछ समझती ही नहीं है। ये मुफ्त में और आसानी से मिली शोहरत का असर है और कुछ नहीं। ये जो कुछ भी कर रही हैं अपने लिए कर रहीं है किसी पहाड़ के लोगों के लिए कुछ भी नहीं कर रही हैं। कमाई कर एहि हैं लाखों में और दिखावा पहाड़ में पलायन रोकने और रोज़गार का बहाना बनाकर सरकार से फायदा ले रही हैं ये लोग।