उत्तराखण्ड की सोच सौराष्ट्र में हुई पल्लवित । CM त्रिवेन्द्र रावत ने जताई ख़ुशी । जुटेंगी देशभर की कई महान हस्तियां ।
नब्बे के दशक में अभिभाजित उत्तर प्रदेश के जनपद चमोली से अंकुरित हुई सोच आज हजारों किलोमीटर दूर सौराष्ट्र की भूमि में भी साकार रूप ले रही है । जिसे लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत ने भी प्रसन्नता व्यक्त की है । मुख्यमंत्री श्री रावत ने आयोजन की सफलता के लिए अपनी विशेष शुभकामनाएं प्रेषित की है ।
यह सर्व विदित है कि वर्ष 1992 में जनपद चमोली मुख्यालय गोपेश्वर से प्रतिभाओं के सम्मानार्थ बहुत ही सूक्ष्म स्तर पर छोटे-छोटे कार्यक्रम आयोजित होने लगे थे जिसका क्रम 4 वर्षों तक चला और बैनर था “प्रतिभा सम्मान” । फिर 26 सितम्बर 1995 में यह सोच जनपद से बाहर निकलकर मण्डल मुख्यालय पौड़ी गढ़वाल में पहुंची तब इसके विस्तार के क्रम प्रबुद्ध जनों से विचार विमर्श हुआ । इसी क्रम पौड़ी में पत्रकार गणेश खुगशाल जी, मनमोहन पंवार जी और त्रिभुवन उनियाल जी व मेरे साथी सुबोध खण्डूरी जी आदि का मार्गदर्शन व साथ मुझे मिला । उक्त लोगों के सहयोग से सुप्रसिद्ध लोकगायक व लोक कवि नरेंद्र सिंह
नेगी जी, साहित्यकार वाचस्पति गैरोला जी का सानिध्य प्राप्त हुआ । और फिर बैनर का नाम में परिवर्तन कर अब अभियान को ” कला प्रदर्शन-प्रतिभा दर्शन ” संचालित करने का सुझाव प्राप्त हुआ । 26 सितम्बर 1995 में राजकीय बालिका इण्टर कालेज में एक विशाल आयोजन किया गया जिसमें रचनात्मक अभियान ” कला प्रदर्शन- प्रतिभा दर्शन” बैनर का विधिवत शुभारम्भ नरेंद्र सिंह नेगी जी, वाचस्पति गैरोला जी तत्कालीन डी आई जी जीवन चन्द पाण्डेय जी व तत्कालीन जिलाधिकारी राजन शुक्ला जी के मार्फत किया गया । वर्ष 2007 तक इस बैनर तले अनेकों सामाजिक व रचनात्मक आयोजनों भव्य रूप लिया ।
20 मई 2008 में अभियान को और अधिक व्यापक बनाने के क्रम में ” कला प्रदर्शन – प्रतिभा दर्शन ” की एक अलग श्रृंखला यूथ आइकॉन रचनात्मक मीडिया के तौर पर शुरू हुई जिसके तहत यह निश्चय किया गया कि अब प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय स्तर नवोदित प्रतिभाओं के साथ-साथ ख्यातिलब्ध विशिष्ट लोगों को एक ही मंच पर एकत्रित कर सम्मानित किया और युवा पीढ़ी विशिष्ट लोगों से प्रेरणा लेकर आगे बढे ।
30 जनवरी 2009 से उत्तराखंड की अस्थाई राजधानी देहरादून में YOUTH ICON Yi NATIONAL AWARD ( यूथ आइकॉन वाई. आई. नेशनल अवार्ड ) का शुभारम्भ हुआ और डॉ0 रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ सूबे के तत्कालीन मुख्यमंत्री थे जिनकी उपस्थिति में उत्तराखंड से दिए जाने वाले एकमात्र पहले राष्ट्रीय सम्मान समारोह की नींव रखी गई । तत्पश्चात यह क्रम तब से निरंतर अब तक जारी है । और तब से हर वर्ष देश के भिन्न-भिन्न प्रान्तों में कला, शिक्षा, साहित्य, संस्कृति, पर्यावरण, खेल, पत्रकारिता व मनोरंजन आदि क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाली नवोदित प्रतिभाओं और विशिष्ट कार्य करने लोगों को उत्तराखंड के भिन्न-भिन्न मुख्यमंत्रियों द्वारा सम्मानित किए जाने का सिलसिला जारी हुआ । और फिर मेरे इस अभियान को ताकत मिली पद्मश्री डॉक्टर आर. के. जैन व राज्य के पहले न्यूरोसर्जन डॉ. महेश कुड़ियाल का साथ मिलने से ।
वर्ष 2015 तक YOUTH ICON Yi NATIONAL AWARD ( यूथ आइकॉन) कमेटी में विभिन्न क्षेत्रों के जानकार लोगों आमंत्रित कर विशिष्ट सदस्य बनाया गया और आज 67 लोगों की एक सक्रीय कमेटी एक जुटता के साथ परिवार की तरह यूथ आइकॉन के उद्देश्यों को साकार कर रहे हैं ।
वर्ष 2012-13 में उत्तराखण्ड के घनशाली कस्बे के मूल निवासी उपेंद्रदत्त अंथवाल का नाम कमेटी के वरिष्ठ सदस्य आशीष कुमार गुप्ता जी द्वारा बतौर अवार्डी प्रस्तावित किया गया । उपेन्द्र तब महज 30 वर्ष के युवा थे जो तब भी गुजरात व उत्तराखंड में अपनी व्यावसायिक योग्यता के बूते अभूतपूर्व कार्य कर रहे थे । कमेटी के सदस्यों ने उपेन्द्र अंथवाल का नाम सबसे कम उम्र के उद्यमी के रूप में अवार्ड के लिए फाईनल किया और उन्हें 19 मई 2013 में तत्कालीन मुख्यमंत्री विजय बहुगुणा द्वारा यूथ आइकॉन अवार्ड से सम्मानित किया गया था । लगभग एक वर्ष बीत जाने के बाद उपेन्द्र अंथवाल ने गुजरात से देहरादून पहुंचकर यूथ आइकॉन नेशनल अवार्ड को देशभर में प्रचारित प्रसारित व आयोजित करने का सुझाव दिया और अपनी तरफ से हरसंभव मदद का भरोषा दिया लेकिन अपनी स्वयं की आर्थिकी मजबूत न होने के डर से मैं हमेशा उन्हें टालता रहा । परन्तु उपेन्द्र अंथवाल ने अपनी जिद्द नहीं छोड़ी और हर वर्ष देहरादून में आयोजित होने वाले सम्मान समारोह में प्रतिभाग करने गुजरात से पहुँच जाते थे ।
6 साल बाद उपेन्द्र अंथवाल की जिद्द के आगे झुकते हुए मैं YOUTH ICON Yi NATIONAL AWARD (यूथ आइकॉन नेशनल अवार्ड) को राज्य से बाहर लेने को राजी हुआ लेकिन इस प्रण के साथ कि यूथ आइकॉन नेशनल अवार्ड देश के किसी भी राज्य में आयोजित होने के साथ साथ वह अपने मूल राज्य उत्तराखण्ड में भी प्रत्येक वर्ष के अक्टूबर माह में आयोजित होता रहेगा जिसे राष्ट्रीय सम्मान कहा जाएगा जबकि अन्यत्र राज्यों में आयोजित आयोजनों को स्टेट चैप्टर अवार्ड का नाम दिया जाएगा ।
और यह हमारी पूरी टीम के लिए पहला मौक़ा है जब उत्तराखंड से बाहर पहली बार गुजरात प्रान्त में यूथ आइकॉन नेशनल अवार्ड का आयोजन गुजरात चैप्टर द्वारा आयोजित किया जा रहा । 26 मई 2018 को गुजरात के जामनगर सौराष्ट्र में स्थित फोर स्टार 7 Seasons Resort & Spa में यूथ आइकॉन अवार्ड सेरेमनी का आयोजन होने जा रहा है ।
यह पहला मौक़ा है कि जब यह आयोजन ऑडिटोरियम से बाहर खुले मैदान में आयोजित होने जा रहा है । रिसोर्ट के 77 हजार स्क्वायर फीट के विशाल मैदान को आयोजन के लिए यूथ आइकॉन गुजरात चैप्टर के सभी सभी सदस्य दिन रात एक कर सफल बनाने की तैयारी में जुटे हुए हैं ।
इस आयोजन के गवाह बनेंगे 4 हजार 700 दर्शक ।
अद्भुत तैयारियां :
चार हजार सात सौ (4700) दर्शकों के लिए तैयार हो रहा है विशाल पाण्डाल । वर्ष 1992 में देवभूमि उत्तराखंड के सीमांत क्षेत्र चमोली गोपेश्वर में पनपी सोच और पौड़ी से आरम्भ हुआ अभियान अब भारत के दूसरे छोर सौराष्ट्र गुजरात में विस्तार पा रहा है । 26 मई को गुजरात के जामनगर में यूथ आइकॉन नेशनल अवार्ड 2018 का विशाल आयोजन होने जा रहा है । जिसकी तैयारियां जोरों पर है । बीते वर्षों में यह पहला मौक़ा है जब यह आयोजन खुले मैदान में आयोजित होने जा रहा और जिसमें दर्शकों के बैठने के लिए 4 हजार 700 कुर्सियों का इंतजामात किया गया है । मुझे कत्तई उम्मीद नहीं थी कि कभी यूथ आइकॉन अवार्ड इतना बड़ा स्वरूप् भी ले सकेगा लेकिन आज यह हो रहा है । और इसके लिए में सबसे पहले किरीटभाई मेहता जी, प्रतिभाबेन कनखरा जी, उपेन्द्र अंथवाल जी, डॉ0 के0 एस0 माहेश्वरी जी, महमूदभाई जी, साराबेन मकवाना जी, बी0 के0 साबू जी , के0 के0 सिंह जी , रौनककभाई माधवानी जी, विरलभाई राछ जी, राजेशभाई गोसाई जी, परागभाई बोहरा जी, हितेशभाई गढ़वी जी, सहित सभी सहयोगियों का आभार व्यक्त करूँगा जिनकी बदौलत यह कार्यक्रम आज विशाल रूप ले रहा है ।
7 seasons resort & spa के विशाल मैदान में ।
Shashi Bhushan Maithani Paras
शशि भूषण मैठाणी “पारस”
संस्थापक निदेशक
यूथ आइकॉन नेशनल अवार्ड
9756838527