महिपाल ने जज साहब की पत्नी को मार दिया । हिंदुस्तान में यह अपने आप में पहला दिल दहला देने वाला वाकिया है ।
रक्षक ही बन गया जब भक्षक !
जब उसने सरेआम जज की पत्नी को गोली मारकर लहू लुहान किया तो वहां मौजूद भीड़ भी सन्न रह गई । खूनी पुलिस वाले जज की पत्नी के साथ साथ उनके जवान बेटे को भी दिन दहाड़े बीच बाजार में गोलियों से भून दिया । इतना ही नहीं माँ बेटे को गोलियों से छलनी करने के बाद पुलिस कर्मी ने जज के बेटे के शरीर को सड़क पर घसीटा फिर कुछ देर बाद जज की सुरक्षा में तैनात खूनी पुलिसकर्मी ने स्वयं जज को फोनकर बताया कि मैंने आपके बेटे और पत्नी को गोली मार दी है ।
बताते चलें कि कल दोपहर गुरुग्राम की सड़क पर हुआ यह हादसा अपने आप में देश की पहली दिल दहला देने वाली घटना थी । घटना के बाद पुलिस वाला मौके से चलता बना हालांकि उसे हरियाणा पुलिस ने तुरन्त दबोच भी लिया था । घटना में जज के बेटे और पत्नी जो कि बुरी तरह से घायल हुए थे उन्हें तुरन्त अस्पताल पहुंचाया गया । परन्तु आज सुबह सुबह दुःखद खबर आई कि सुरक्षाकर्मी की गोली की शिकार बनी जज की पत्नी ने दम तोड़ दिया और वह दुनियां से विदा हो गई । दूसरी ओर जज के बेटे की हालत भी गंभीर बताई जा रही है जिसका इलाज जारी है ।
कल यानी 13 अक्टूबर 2018 शनिवार की दोपहर गुरुग्राम में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश की पत्नी और उनके बेटे को बीच बाजार गोली मारने का सनसनीखेज मामला सामने से व्यवस्था, मानसिकता और जीवन शैली को लेकर नई बहस शुरू हो गई । घटना गुरुग्राम के सेक्टर-51 स्थित मार्केट के सामने की है जहां जज की सुरक्षा में तैनात गनर महिपाल ने जज की पत्नी और बेटे को बीच बाजार में गोलियों से भून दिया और भीड़ देखती रह गई । गनर महिपाल के माथे पर जरा सी भी शिकन नहीं थी । उसने भीड़ को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचाया बस उसने अपना सारा गुस्सा उन दोनों माँ बेटे पर उतार दिया था । अब सवाल यह कि आखिर सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी की इस अजीबोगरीब हरकत के लिए कौन दोषी ?
क्या यह जरूरत से ज्यादा काम की वजह से उपजा तनाव का अवसाद था ?
सवाल बहुत हैं जिन पर पुलिस बारीकी से पड़ताल कर रही है । क्योंकि पुलिस कर्मी भी पेशेवर अपराधी या खूनी नहीं है वह एक जिम्मेदार पुलिस का सिपाही है । परन्तु उसके द्वारा अंजाम दी गई इस घटना ने देशभर में चिंता बढ़ा दी है । एक जिम्मेदार व्यक्ति द्वारा किए गए इस घिनौने कृत्य के लिए उसे ऐसी सजा का प्राविधान हो ताकि भविष्य में कोई भी पुलिस कर्मी इस तरह का कृत्य न कर सके । साथ ही सरकार को चाहिए कि वह सुरक्षा में तैनात कर्मियों की समय समय पर काउंसलिंग की नियमित व्यवस्था बनाए ।
जज की सुरक्षा में तैनात महिपाल हरियाणा में महेंद्रगढ़ के नांगल जाट का रहने वाला है । उसके दो बच्चे हैं पत्नी एक स्कूल में टीचर है । वर्ष 2007 में महिपाल हरियाणा पुलिस में शामिल हुआ था । घटना के बाद पुलिस ने महिपाल को गिरफ्तार कर लिया है । महिपाल से जज की पत्नी रेनू और बेटे ध्रुव पर हमला क्यों किया इस बात का पता नहीं चल पाया है, पुलिस ने मामले में जांच शुरू कर दी है । बताया जा रहा है कि पुलिस की गिरफ्त में आया महिपाल अजीबोगरीब हरकत कर रहा है । वह अलग अलग बातें बता रहा है जिसमें कुछ खुलासे बेहद चौंकाने वाले हैं । मीडिया में आ रही खबरों में अनुसार पुलिस महिपाल की दिमागी हालात की भी जांच करा सकती है । और हर एक पहलू को बारीकी से देख रही है ।
और उनकी समस्याओं को आवश्यक रूप से सुनने की व्यवस्था जिम्मेदार अधिकारी को दी जाय व समस्या को गंभीरता से लेते हुए उसका निस्तारण भी हो । दरअसल कई बार पुलिस तंत्र में देखा गया है कि पुलिसकर्मी अपने वरिष्ठ अधिकारी के सामने खड़ा होने में भी कांपता है । इण्डियन पुलिस में दिखावा बहुत झूठा रौब गालिब है । अच्छा यह हो कि सीनियर ऑफिसर अपने अधीनस्थ कर्मचारियों की समस्या को गंभीरता से सुने और उसका निदान भी करें ।
लेकिन यहां पर यह कत्तई न समझा जाए कि हम जज की पत्नी व बेटे को गोली मारने वाले महिपाल की पैरवी कर रहे हैं । बल्कि हम चाहते हैं कि महिपाल को सख्त से सख्त सजा मिले । किसी भी इंसान की जान इतनी सस्ती नहीं हो सकती है । जो कृत्य पुलिस कर्मी महिपाल ने किया है उससे पूरी इंसानियत शर्मसार हुई है ।
पुलिस से पूछताछ में महिपाल ने बताया कि घटना के बाद महिपाल ने खुद जज को फोन कर कहा कि मैंने आपकी पत्नी और बेटे को गोली मार दी है. इसके बाद उसने अपनी मां समेत कई लोगों को भी फोन किया ।
Very good informative news … hope
जज साहब की सुरक्षा में तैनात सिपाही
लेकिन काम घरेलू कर रहा है???
बडे अधिकारी छोटे कर्मचारियों से ऐसे पेश आते है जैसे उनके गुलाम हो हर समय अपने कनिष्ठों का स्वाभिमान तार तार किया जाता है। तो ऐसी घटनाएं सामने आती हैं