* गोरखपुरी सम्मान से सम्मानित होंगे गजलकार आलोक ।
*यूथ आइकॉन Yi नेशनल अवार्ड से देहरादून मे सम्मानित किए जा चुके हैं आलोक ।
*उदयपुर का ‘फ़िराक़ गोरखपुरी’ सम्मान पाने वाली पहली शख़्सियत.
देश के सुपरिचित ग़ज़लकार और टीवी पत्रकार आलोक श्रीवास्तव को फ़िराक़ गोरखपुरी सम्मान दिए जाने की घोषणा हुई है. अपने समकालीनों में ‘रिश्तों का कवि’ कहे जाने वाले आलोक श्रीवास्तव को हमारे समय की आलोचना के प्रतिमान डॉ. नामवर सिंह ने – ‘दुष्यंत की परम्परा का आलोक’ कहा है. ग़ज़ल में, रवायती अंदाज़ से अलग इंसानी रिश्तों के मर्म और मानवीय मूल्यों के अनूठे बिम्ब उकेरने वाले इस कवि का ग़ज़ल पाठ इन दिनों तेज़ी से लोकप्रिय हो रहा है. वजह, आलोक की सादा-बयानी और सहजता, जो सुनने वाले को भीतर तक भिगो देती है. आमीन (ग़ज़ल-संग्रह) और आफ़रीन (कथा-संग्रह) उनकी दो प्रसिद्ध पुस्तकें हैं. उनके पहले ही ग़ज़ल संग्रह आमीन के अनेक संस्करण प्रकाशित हो चुके हैं. हाल ही में यह पुस्तक गुजराती में भी प्रकाशित होकर आई है. उनकी ग़ज़लों का मराठी और पंजाबी भाषा में भी अनुवाद हो चुका है.
आलोक हिंदी पट्टी के ऐसे इकलौते युवा ग़ज़लकार हैं जिनकी ग़ज़लों, नज़्मों और गीतों को ग़ज़ल-सम्राट जगजीत सिंह, पंकज उधास, तलत अज़ीज़, कैलाश खेर, ऋचा शर्मा, मालिनी अवस्थी और मशहूर शास्त्रीय गायिका शुभा मुदगल से लेकर सदी के महानायक अमिताभ बच्चन तक ने अपनी आवाज़ दी है. सितार वादक स्व. पंडित रवि शंकर के पुत्री अनुष्का शंकर ने आलोक के शब्दों के साथ अनोखी जुगलबंदी की. जो उनके एलबम ट्रैवलर में सुनाई दी. अमेरिका से रिलीज़ हुआ ये एलबम संगीत जगत के विश्व प्रसिद्ध ग्रैमी अवॉर्ड्स में नॉमिनेट हुआ.
मप्र साहित्य अकादमी उन्हें प्रतिष्ठित ‘दुष्यंत कुमार सम्मान’ दे चुकी है. मॉस्को, रूस में दिया जाने वाला ‘अंतरराष्ट्रीय पुश्किन सम्मान’ पाने वाले वे सबसे कम उम्र के कवि हैं. 19 मई 2013 को उत्तराखंड के मुख्यमंत्री द्वारा आलोक को देहरादून मे यूथ आइकॉन Yi नेशनल अवार्ड से (सरस्वती सम्मान) से सम्मानित किया गया । कविता के लिए ‘परम्परा ऋतुराज सम्मान’ पा चुके आलोक को दो वर्ष पूर्व अमेरिका के वॉशिंगटन डीसी में ‘अंतरराष्ट्रीय हिंदी सम्मान’ से भी नवाज़ा गया है. पिछले वर्ष कथा यूके की ओर से लंदन के हाउस ऑफ़ कॉमन्स (ब्रिटिश पार्लियामेंट) सम्मानित होने वाले वे पहले युवा कवि हैं. साल 2014 में उन्हें ‘इंडियन आइकॉन अवॉर्ड’ से भी सम्मानित किया गया है.
हिंदी ग़ज़ल के नए ब्रांड एम्बेसडर आलोक श्रीवास्तव, अब तक अमेरिका, इंग्लैंड, रूस, साउथ अफ़्रीका और अरब सहित 15 से ज़्यादा देशों की साहित्यिक-यात्रा कर चुके हैं. वे पेशे से टीवी पत्रकार हैं और लगभग एक दशक तक हिंदी के प्रतिष्ठित न्यूज़ चैनल इंडिया टीवी और आजतक से बतौर टीवी पत्रकार जुड़े रहे हैं. इन दिनों वे दिल्ली में दूरदर्शन के नेशनल चैनल एडवाइज़र हैं.
आलोक श्रीवास्तव उदयपुर का ‘फ़िराक़ गोरखपुरी’ सम्मान पाने वाली पहली शख़्सियत हैं उनके चयन पर देहारादून यूथ आइकॉन Yi नेशनल अवार्ड कमेटी के निर्णायक मण्डल के सदस्यों ने प्रसन्नता विकत करते हुए उन्हे शुभकामनाए दी हैं ।
Youth icon Yi National Creative Media Report 21.04.2016