Khauphnak : देहरादून में बड़ा हादशा होने से टल गया । बच गई सैकड़ों जिंदगियाँ …!
देहरादून-हरिद्वार मार्ग पर एक बड़ा रेल हादशा होते होते बच गया । देहारादून रेलवे स्टेशन से बनारस जाने वाली गाड़ी मोहकमपुर फाटक के नजदीक आते-आते अचानक से रुक गई । और इसका कारण बनी देवभूमि इंस्टीट्यूट की एक बस जो फाटक बंद होते समय भी ड्राईबर की लापरवाही के चलते दोनों ही फाटकों के बीचों-बीच रेलवे ट्रैक पर आ खड़ी हुई । प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि बस ड्राईबर जोगीवाला से ही काफी तेजी मे बस को दौड़ा रहा था । और गाड़ियों को बेतरतीब ढंग से ओबर टेक भी करता रहा जिसे कि रेल का बंद होता हुआ फाटक भी नजर नहीं आया और जाकर बीच ट्रैक पर जा खड़ा हुआ ।
बस के ट्रैक पर जाते ही उसके पीछे चल रही कुछ और छोटी गाडियाँ और दुपहिया वहाँ भी ट्रैक पर जा फंसे देखते ही देखते लगभग 2 सौ से 3 सौ मीटर की दूरी पर बनारस जाने वाली ट्रेन भी तेज होरन बजाते-बजाते बस की ओर बढ्ने लगी । मै भी बुरी तरह से कांप गया था । तब मैंने कांपते हाथों से बस और ट्रेन को फिल्माना शुरू किया लेकिन ट्रेन ड्राईबर ने बेहद ही सूझ बूझ से साहसिक कदम उठाते हुए बस से महज 15 से 20 फीट की दूरी पर ट्रेन को रोकने में जबर्दस्त कामयाबी हासिल की । हालांकि इस बीच उत्तराखंड रोडवेज की एक हाईटेक बस के ड्राइबर और कंडक्टर की मदद से देवभूमि इंस्टीट्यूट की बस जो ट्रेक पर खड़ी थी उसे आगे पीछे करके ट्रेन के निकलने लायक जगह तैयार की गई ।इस दौरान ट्रेक के दोनों ओर कई किलोमीटर तक लंबा जाम भी लग गया था । राहगीरों के अलावा गाड़ियों में सवार लोग बेहद घबरा गए थे इसका अंदाजा इसी बात से लगया जा सकता है कि ट्रेक के दोनों फाटकों के बाहर लोग अपनी-अपनी गाड़ियों से उतरकर दूर सुरक्षित स्थानों पर जा खड़े हो गए थे । जैसे ही ट्रेन
ने बस से मामूली फासले में पास लिया तो तब जाकर लोगों को राहत मिली और उसके बाद जोरदार तालियों और सीटियों से माहौल गूंज उठा ऐसा लगा कि मानो लोगों द्वारा ट्रेन ड्राईबर का धन्यबाद किया जा रहो । हालांकि इस बीच बस ड्राईबर और कंडक्टर बुरी तरह से डर गए थे । वह दोनों बदहवास होकर इधर से उधर भागते रहे लेकिन इनकी मदद के लिए भी उत्तराखंड रोडवेज बस के दो कर्मचारी फरिश्ता बनकर सामने आए । लेकिन मजेदार बात यह रही कि देवभूमि इंस्टीट्यूट के बस का लापरवाह ड्राईबर अपनी गलती मानने को तैयार नहीं हुआ वह यही कहता रहा कि जब मै ट्रैक पर आया तो ही अचानक से फाटक बंद किया गया , जो कि हास्यास्पद लगा ।
बहरहाल गलती जिसकी भी आज एक ट्रेन ड्राईबर और उत्तराखंड रोडवेज के दो कर्मचारियों की होशियारी एक बहुत बड़ा हादशा होने से बच गया पर इस हादशे से एचएम सबको सबक लेने की सख्त जरूरत भी है ।
*शशि भूषण मैठाणी ‘पारस’
Copyright: Youth icon Yi National Media, 17.06.2016
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DBIT ke kuch driver kaafi time se sunne me aa rha tha ki bahut hi rush driving krte. Hain lkin wo kisi ki. Ni sunte hain. Kuch dino phle inke bus ki takkar se kisi ki death. Hui. Thi……
इस बस ड्राइवर का लाइसेन्स हमेशा के लिए कैन्सल होना चाहिये और सख़्त सज़ा मिलनी चाहिये क्योंकि इसने सैकड़ों बच्चओन की ज़िंदगिया ख़तरे में डाल दी इसकी वजह से जाम में ऐम्ब्युलन्स भी फँसी रही होगी
RTO को ड्राईवर के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिए।