Harish Rawat acche hain- Dinesh : एन0 डी0 तिवारी के बाद पहाड़ और विकास की सोच का हमें कोई नेता मिला तो वह हैं हरीश रावत : मंत्री दिनेश धनै ।
Yi मीडिया “राज-राग” में कैबिनेट मंत्री दिनेश धनै …. !
चुनावी वर्ष है राजनीतिक दल स्वाभाविक रूप से अधिक राजनीति करेंगे । सत्ता की हर घोषणा मे जहां चुनावी नजरिया होगा वही विपक्ष भी चुनावी नजरिए से ही आरोप प्रत्यारोप करेगा । सूबे का सियासी पैमाना भाजपा कांग्रेस को लेकर ही मापा जाएगा, क्षेत्रीय दल, नए दल अभी कोई त्रिकोण बनाते हुए नहीं दिख रहे है । भाजपा जहाँ केंद्र में सरकार की उपलब्धियों व राज्य में हरीश सरकार की नाकामियों के बलबूते सत्ता के सपने सँजो रही है । वहीं कांग्रेस पार्टी जो कि आज मुख्यमंत्री हरीश रावत के इर्द गिर्द सिमटी हुई है , हरीश रावत के निजी बलबूते पुन: सत्ता मे लौटने की आस बांधे हुए है ।
एक बार फिर से नेतागण विधानसभा चुनाव की दहलीज पर हैं । हाल्ङ्कि अभी तक किसी भी दल ने यह तय नहीं किया कि किस क्षेत्र से कौन सा नेता चुनाव लड़ेगा । लेकिन दूसरी ओर स्वतंत्र रूप से चुनाव लड़ने वाले नेताओं की चाहत भी धीरे-धीरे परवान चढ़ने लगी हैं । और वह अपनी सियासी जमीन को अपने अकेले दम पर मजबूत करने में भी जुट गए हैं । और इस बार मेरे साथ यूथ आइकॉन Yi मीडिया की विशेष कड़ी “राज-राग” परिचर्चा में शामिल हुए एक ऐसे युवा नेता जिन्होने वर्ष 2012 में भी टिहरी विधानसभा से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर शानदार फतह हासिल कर राज्य की राजनीति में जोरदार एंट्री मारी । मै बात कर रहा हूँ टिहरी से विधायक व उत्तराखंड में रावत सरकार के कैबिनेट मंत्री दिनेश धनै की जिनके जीवन का बड़ा हिस्सा राजनीतिक सरोकारों से सीधा जुड़ा रहा है । 2017 में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अब उनके मन की टोह लेने की मै कोशिस करूंगा, यूथ आइकॉन के विशेष सिग्मेंट ‘राज-राग’ में ।
लेकिन सबसे पहले एक नजर डालते हैं दिनेश धनै के राजनीति सफर पर –
47 वर्षीय दिनेश धनै का का जन्म 4 फरवरी 1970 में टिहरी खाण्ड गाँव में हुआ था जो अब टिहरी झील में समा चुका है । वर्तमान में दिनेश धनै का निवास नई टिहरी मे है। जिनकी शैक्षिक योग्यता बी0ए0 तक की है । दिनेश छात्र जीवन से ही राजनीति में सक्रिय रहे हैं नतीजतन वह 1989 व 1990 में एसआरटी कैंपस टिहरी में क्रमश: कोषाध्यक्ष व बाद में छात्रसंघ अध्यक्ष भी चुने गए थे । छात्र राजनीति के साथ-साथ टिहरी विस्थापितों के लिए आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई तथा वर्ष 1994 में अर्बन को-ओपरेटिब बैंक के अध्यक्ष बने और यहीं से सार्वजनिक राजनीतिक जीवन की शुरुआत भी हुई । 1996 मे जिला सहकारी बैंक टिहरी में निदेशक पद की महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी संभाली । साथ ही साथ कांग्रेस के सक्रिय कार्यकर्ता भी रहे । यूथ कांग्रेस में भी दिनेश धनै सह-सचिव , मण्डल प्रभारी, व उपाध्यक्ष पदों पर रहे हैं । और उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद वर्ष 2003 में टिहरी नगर पालिका के अध्यक्ष चुने गए । कांग्रेस में छात्र जीवन से ही सक्रिय रहे दिनेश ने समय-समय पर टिहरी से विधानसभा प्रत्याशी के लिए आवेदन भी किया लेकिन दो बार मायूसी हाथ लगने के कारण वर्ष 2012 में फिर से टिकट न मिलने के कारण दिनेश धनै ने निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में चुनाव लड़ने का फैसला किया और तब हुए चुनावों में सभी दिग्गजों को पछाड़कर धनै ने जोरदार जीत हासिल की जो बाद में सूबे की कांग्रेस सरकार के लिए समय-समय पर संजीवनी की तरह काम आते रहे । जिसके एवज में उन्हे महत्वपूर्ण विभागों की ज़िम्मेदारी देकर कैबिनेट मंत्री का तमगा भी मिला ।
अब “राज-राग” मेँ सवाल-जवाब :
यूथ आइकॉन की इस विशेष कड़ी ‘राज-राग’ में क्या राग अलापा है टिहरी से विधायक व हरीश सरकार के कैबिनेट मंत्री दिनेश धनै ने, और 2017 में क्या है उनकी रणनीति ? आइए जानते हैं आगे चर्चा में दिनेश धनै की जुबानी ।– (सवाल मेरे [Yi शशि पारस: ] – जवाब दिनेश धनै के)
Yi शशि पारस : धनै जी इस बार हाथ का निशान मिलेगा या फिर निर्दलीय ही चुनाव लड़ने का मन बना लिया है ?
दिनेश धनै : देखिए मुझे सिर्फ अपने क्षेत्र का विकास करना है दल हो या न हो इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है । बाकी मुझे कांग्रेस के हाथ से भी कोई परहेज नहीं है लेकिन यह तय तो कांग्रेस को करना है । परंतु मै चुनाव लड़ रहा हूँ और वह भी टिहरी से इसे 101% सच मान लीजिए आप ।
Yi शशि पारस : जैसा कि आपने अभी विशेष ज़ोर देकर या खाश अंदाज में कहा कि 101% टिहरी से चुनाव लड़ रहा हूँ, तो यह संदेश किसके लिए यह तो सभी जानते हैं कि आप टिहरी से विधायक हैं और निर्दलीय भी हैं, आप तो स्वतंत्र हैं चुनाव लड़ने के लिए, कहीं कोई दबाव तो नहीं है आप पर ?
दिनेश धनै : मैं किसी के दबाव में क्यों रहूँगा ? और हाँ आप एक बात का और ऐलान कर दीजिए कि दिनेश धनै टिहरी के साथ-साथ एक और विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे । यानी कि दो क्षेत्रों से में एक साथ 2017 में चुनाव लड़ूँगा ।
Yi शशि पारस : चलिये आपके इस खाश ऐलान के क्या मायने हैं यह हमारे समझदार पाठक व राजनीतिक मामलों के जानकार बखूबी खोज निकालेंगे । फिलहाल मेरा अगला सवाल कि क्या कांग्रेस पार्टी से कोई बातचीत चल रही है ? टिहरी से तो स्वयं कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय की भी दावेदारी रहेगी तो फिर आपको कैसे टिकट मिलेगा ?
दिनेश धनै : यह तय तो कांग्रेस को करना है, मै क्यों किसी से बात करूँ मुझे मेरे क्षेत्र की जनता ने जिताया है और मुझे उनका विश्वास बनाए रखना है, वह भी जमीन पर काम करके, जो मै कर भी रहा हूँ । मैंने पहले ही आपसे कहा कि मुझे किसी भी दल से परहेज नहीं है मै अपने क्षेत्र के विकास के लिए किसी से भी जुडूंगा या फिर हटूँगा ।
Yi शशि पारस : मतलब भाजपा टिकट दे तो ले लेंगे ?
दिनेश धनै : मैं पहले ही कह चुका हूँ कि मुझे किसी भी दल से कोई परहेज नहीं नहीं है । क्योंकि मुझे टिहरी का विकास करना है । मेरा सपना है टिहरी को पर्यटन के क्षेत्र मेँ अंतराष्ट्रीय मानचित्र मेँ अब्बल दर्जा मिले जिसके लिए मै दिन रात एक करके काम कर रहा हूँ । और हाँ….. एक बार फिर से आपके मार्फत से बताना चाहूँगा कि मै टिहरी से तो चुनाव लड़ूँगा यह तो पक्का हो गया है, लेकिन मैं टिहरी के अलावा भी एक और क्षेत्र से चुनाव लड़ूँगा पर वह कौन सी विधानसभा होगी इसके लिए आप कुछ इंतजार कीजिये ।
Yi शशि पारस : टिहरी के लोग आपको ही क्यों 2017 में वोट दे, आखिर आपने विकास की कौन सी गंगा टिहरी में बहाई है ?
दिनेश धनै : मुझे खुशी हुई कि आपके सवाल में विकास के साथ माँ गंगा का नाम भी जुड़ा , तो बताना चाहूँगा कि मैंने टिहरी के विकास की नीव बिल्कुल माँ भागीरथी गंगा की विशाल झील में रखी है । मेरा सपना है टिहरी को पर्यटन उद्योग के क्षेत्र में विश्व मानचित्र पर उकेरना, जिसमें कि हम काफी आगे तक बढ़ भी चुके हैं । वाटर स्पोर्ट्स एकेडमी की नींव रखना एक ऐतिहासिक उपलब्धियों मे से एक है जिसके शानदार परिणाम अगले 4 से 5 वर्षों में हमारे सामने होंगे । टिहरी में मैंने IHM की शुरुआत की है जिससे होनहार एवं गरीब युवाओं को भारी लाभ मिल सकेगा । बी.एस.सी. नर्सिग, जेएनएम ,एएनएम पैरामेडिकल का भवन बनकर तैयार हो चुका है । 50 – 50 करोड़ की लागत से घंटाकरण योजना व फल पट्टी योजनाओं पर शीघ्र ही काम शुरू होगा । माँ सुरकंडा देवी के अलावा नई टिहरी कोर्ट कालोनी में रोप वे का काम अगले एक से डेढ़ महीने में शुरू होने वाला है । केंद्र सरकार की मदद से स्वदेश योजना व चारधाम विकास के लिए परसाद योजना से विकास कार्यों में तेज आएगी । ये तो मैंने आपको कुछ विशेष कार्य बताए बाकी बहुत से कार्य विगत वर्षों में टिहरी के लोगों के हित में समय-समय पर किए हैं जिन्हें मेरे क्षेत्र की जनता कभी भूल नहीं सकती है । इसलिए आपके सवाल का जवाब यही है टिहरी की जनता मुझे मेरे द्वारा किए गए कार्यों के आधार पर याद रखकर ही 2017 में भी वोट करेगी ।
Yi शशि पारस : हरीश रावत और विजय बहुगुणा में से अच्छा नेता कौन है ?
दिनेश धनै : क्या आज भी आप लोग इस प्रश्न का उत्तर ढूंढ रहे हो, सिर्फ और सिर्फ हरीश रावत । एन0 डी0 तिवारी के बाद पहाड़ और विकास की सोच का हमें कोई नेता मिला तो वह हैं हरीश रावत ।
Yi शशि पारस : खंडुरी के बारे में क्या खयाल रखते हैं ?
दिनेश धनै : खंडुरी जी शासक (नेता) नहीं बल्कि प्रशासक हैं और यह सभी जानते हैं कि सत्ता तो एक नेता ही चला सकता है ।
Yi शशि पारस : 2017 में कांग्रेश सत्ता में आ रह है क्या ?
दिनेश धनै : अभी तक तो जनता मान रही है , बाकी उनके संगठन के लोग अनर्गल बयान-बाजी न करे ।
Yi शशि पारस : वर्तमान में गढ़वाल कुमायूं की अंकगणित से काम हो रहा है क्या ऐसा आप भी मानते हैं ?
दिनेश धनै : बिल्कुल नहीं हरीश रावत राष्ट्रीय नेता हैं जो लोग इस तरह की बात कर उन्हें बदनाम करने की साजिश कर रहे हैं उनके अपने निजी हित हैं उन लोगों को बयानबाजी के बजाय अपनी जिम्मेदारियों पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए । गढ़वाल कुमायूं में संतुलित विकास हुआ है और हो रहा है ।
Yi शशि पारस : मेरा एक बार फिर से वही सवाल की 2017 का चुनाव की पार्टी के चिन्ह पर लड़ेंगे या आपका वह नेता कौन है जिसके नेतृत्व में आप चुनाव लड़ना चाहेंगे ?
दिनेश धनै : मेरे अभिभावक मेरी क्षेत्र की जनता है वही सर्वश्रेष्ठ हैं । और फिलहाल मै 2017 अपने चुने जाने का इंतजार कर रहा हूँ । उसके बाद में अपने क्षेत्र के विकास के लिए ही उचित नेतृत्व की तलाश करूंगा । बाकी मै फिर वही दोहराऊँगा कि मेरे सारे विकल्प खुले हैं ।
कुल मिलाकर यूथ आइकॉन Yi मीडिया की खास कड़ी “राज -राग “में हुई इस खास बात चीत से यह साफ हो गया है कि उत्तराखण्ड कांग्रेस के कद्दावर नेता व मुख्यमंत्री हरीश रावत के बेहद खास माने जाने वाले दिनेश धनै पूरी तरह उनके प्रभाव में हैं और फिलहाल वह अपने चुनावी चाल को संसय में ही रखना चाहते हैं । लेकिन सवाल यह भी कि आखिर किसके लिए ..?
*प्रस्तुति : शशि भूषण मैठाणी ‘पारस’ , एडिटर Yi मीडिया । संपर्क – 9756838527, 7060214681
Copyright: Youth icon Yi National Media, 23.08.2016
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यूथ आइकॉन : हम न किसी से आगे हैं, और न ही किसी से पीछे .
शशि भूषण मैंठाणी साहब ,असली नेता वही है जो सच्चे मन से जनता की सेवा करें और ऐसा करने वाले नेता को कोई फर्क नही पडता अब चाहे वह र्निर्दलीय चुनाव लड़े या फिर किसी पार्टी से जीत उनकी पक्की है।