आर्यन छात्र संगठन की हुई बड़ी जीत ! झुकना पड़ा शासन प्रशासन को ।
श्रीनगर। आखिरकारी गढ़वाल विष्वविद्यालय के चोरास परिसर को जोड़ने वाले एप्रोच मार्ग का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। जिसे आर्यन छात्र संगठन ने छात्र संघर्षों की जीत करार दी है। छात्र नेताओं का कहना है कि छात्र संगठनों के संघर्ष के आगे प्रदेश सरकार व विश्वविद्यालय प्रशासन को झुकना ही पड़ा। जिससे बाद विवि ने चोरास मोटर पुल से विवि के छात्रों के लिए जाने के लिए एप्रोज मार्ग का निर्माण करवाना पड़ा।
विदित हो की अलकंनदा नदी पर चौरास क्षेत्र व श्रीनगर को जोड़ने के लिए चौरास मोटर पुल का निर्माण किया गया था लेकिन इसका फायदा चौरास परिसर में पढ़ने वाले छात्रों को नहीं मिल पा रहा था। जिसके चलते फिर बिडला परिसर के छात्र नेताओं आंदोलन व प्रदर्शन भी करना पड़ा था।
गढ़वाल विवि के छात्र संघ महासचिव देवकांत देवराडी ने बताया कि छात्रों को चौरास स्थित विश्विद्यालय परिसर तक जाने के लिए कम दूरी नापनी पड़े व दुपहियां वाहनों के लिए सुलभ संपर्क मार्ग बने । अपनी इस मांग के लिए आर्यन छात्र संगठन ने बीते दिनों में कई स्तरों पर संघर्ष किया । एप्रोज मार्ग निर्माण के लिए छात्र संगठन को निर्माणदायी संस्था व सरकार के खिलाफ भी प्रदर्शन करना पड़ा। इस बीच प्रशासन द्वारा छात्र नेताओं पर मुकदमें भी पंजीकृत किये गये थे बाबजूद आर्यन संगठन से जुड़े छात्रों ने सभी छात्रों के हितों के लिए पीछे नहीं हटना मुनासिब नही समझा और अपने मांग को पूरा होने तक संघर्ष करते रहे । उन्होंने बताया कि छात्र आंदोलन के दौरान स्वयं उन पर व आर्यन छात्र संगठन के तेज तर्रार युवा नेता नीरज रेम्स पर भी मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद भी उन्होंने अपने अंादोलन को कम नहीं किया और लगातार प्रशासन के खिलाफ मोर्चा थामे रखा।
और रंग लाया छात्रों का संघर्ष :
छात्रों पर प्रशासन का दबाव काम न कर सका जिसके बाद प्रशासन को छात्रों की मांगों के आगे झुकना पड़ा व चौरास परिसर को जाने के लिए मार्ग का निर्माण करवान पड़ा। आर्यन के प्रदेश संयोजक सजय बिष्ट ने बताया की उनका संगठन प्रदेश व छात्र हितों के मुद्दे पर हमेशा संघर्ष करता है । यह जीत छात्र संघर्षों के साथ आर्यन छात्र संगठन की भी बड़ी जीत है।