आप वापस माटी से जुड़ें । बंदरों से पहले इंसान ही रहते थे पहाड़ों में, पलायन से बढ़ी समस्या ! – गणेश गोदियाल ।
◆ समाजसेवा व पत्रकारिता के क्षेत्र में शशि भूषण मैठाणी पारस को स्व. श्री कृष्णकांत स्मृति सम्मान से नवाजा गया ।
◆ उत्कृष्ट पत्रकारिता के क्षेत्र में युवा पत्रकार कुलदीप रावत को मिला विशेष सम्मान ।
◆ राठ क्षेत्र का नाम रोशन करने वाली प्रतिभाओं का भी हुआ सम्मान ।
देहरादून, प्रेमनगर स्मिथ नगर में पर्वतीय समाज के लोगों “अपना गौरव एवं जनजागरण” संस्था के तत्वावधान समाज के विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय काम करने वाले लोगों को सम्मानित कर सम्मान पत्र व स्मृति चिन्ह भेंट किये गए । कार्यक्रम का शुभारंभ बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व विधायक गणेश गोदियाल ने दीप प्रज्वलित कर किया । इस मौके पर पर्वतीय समाज की महिलाओं द्वारा मांगलगीत गाये गए ।
कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व विधायक गणेश गोदियाल ने “अपना गौरव एवं जनजागरण सम्मान” समारोह 2020 में बतौर मुख्य अतिथि अपने संबोधन में पर्वतीय समाज के लोगों से वापस अपनी माटी अपने गांवों से जुड़ने की अपील की । श्री गोदियाल ने कहा कि लोगों का पलायन करने के पीछे एक अजीब सा बेतुका तर्क आए दिन भिन्न-भिन्न मंचों से सुनने को मिलता है कि वे गांव इसलिए छोड़ रहे हैं, क्योंकि वहां अब बंदर व अन्य जंगली जानवर हो गए । उन्होंने कहा कि लोग यह भूल रहे हैं कि जब लोग पहाड़ों में अपने-अपने गांव में रहते थे तो तब जानवर जंगलों में थे । और बंदर तब, अब से ज्यादा होते थे । उन्हें भगाने के लिए गांवों में प्रत्येक दिन दो – दो परिवारों की बन्द्रवाळी (बारी) लगाई जाती थी । लेकिन अब लोग सब छोड़ छाड़ शहरों की ओर आ गए तो खाली पड़े खेतों में सुवर और बंदर हैं तो बंजर मकानों के अंदर रीख (भालू) और बाघ बैठ गए हैं ।
गणेश गोदियाल ने आयोजक संस्था अपना गौरव जन जागरण के सभी सदस्यों की प्रशंसा की और कहा कि भविष्य में ऐसे जनसरोकारों से जुड़े जागरूक कार्यक्रमों का आयोजन पहाड़ों की तरक्की के लिए पहाड़ों में भी आयोजित किये जाने चाहिए ।
◆विशिष्ट प्रतिभाओं का हुआ सम्मान :
अपना गौरव संस्था द्वारा अपने पहले वार्षिकोत्सव के मौके पर कला, शिक्षा, पर्यावरण, समाजसेवा, खेल व पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले विशिष्टजनों को सम्मानित किया गया ।
इस अवसर पर रचनात्मक पत्रकारिता व समाजसेवा के क्षेत्र में अपनी विशिष्ट पहचान बनाने वाले रंगोली आंदोलन , समौण इंसानियत की मुहिम के प्रणेता शशि भूषण मैठाणी पारस को स्व. श्री कृष्णकान्त भट्ट स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया । जबकि राठ क्षेत्र के प्रतिभावान युवा कुलदीप रावत जिन्होंने डिजिटल एवं इलैक्ट्रोनिक मीडिया में अपनी शानदार सकारात्मक व जनसरोकारों से जुड़ी पत्रकारिता कर एक अलग पहचान बनाई है उन्हें समारोह में पत्रकारिता के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान हेतु स्मृति चिन्ह व सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया ।
इस मौके पर संस्था उन प्रतिभाओं को भी सम्मानित किया गया जिन्होंने अपनी-अपनी विधा में पारंगत होकर अपने गृह क्षेत्र पौड़ी राठ का गौरव बढ़ाया है । इसी क्रम में, NDA में प्रशिक्षक अमित गोदियाल, पत्रकार हरीश जोशी , काव्या एवं चेतना गोदियाल (फार्मेसिस्ट), रोहन गोदियाल (इंजीनियरिरिंग), आचार्य हर्षपति गोदियाल, शिवांग, दिव्या गोदियाल, स्नेहा गोदियाल,सतीश गोदियाल आदि को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया ।
◆ आपदा में बचाव के सिखाए गुर :
कार्यक्रम उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा लोगों किसी आपदा व विपदा के समय विपरीत परिस्थितियों से बच निकलने के गुर सिखाए गए । आपदा प्रबंधन के मुख्य प्रशिक्षक राजू शाही ने विभिन्न डेमो देकर मौजूद लोगों को मुसीबत के वक़्त में सूझबूझ पूर्वक खुद को बचने व अन्य को बचाने के तरीके बताए ।
◆ अंधविश्वास एक अभिशाप किया जागरूक किया :
कार्यक्रम में ज्ञान विज्ञान समिति के सदस्य सोहन सिंह रावत द्वारा लोगों के सामने अनेकों जादुई कारनामें दिखाए गए और फिर लोगों को बताया कि ऐसी ही सारी ट्रिक्स को अपनाकर समाज में तमाम बाबा बने लोग भोले भाले लोगों की आंखों में धूल झोंकने का काम कर ठगी कर लेते हैं । उन्होंने संदेश दिया कि लोगों को कभी भी ऐसे छल कपट करने वालों के जाल में फंसने से बचना होगा और यह तभी संभव होगा जब आप अंधविश्वास से दूर रहेंगे ।
◆ समारोह के अतिथिगण :
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि शिव प्रसाद देवली पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष रहे । अन्य अतिथियों में जिलापंचायत सदस्य श्रीमती देवेश्वरी देवी, कैप्टन जयपाल सिंह रावत, कैप्टन ओम प्रकाश उनियाल, समाजसेवी दलजीत भण्डारी, नारायण बिष्ट, जगदीश प्रसाद लखेड़ा, पुरुषोत्तम गोदियाल , सोहन सिंह रावत आदि कार्यक्रम मौजूद रहे ।
◆ आयोजन समिति के सदस्य :
संस्था के वार्षिकोत्सव में संरक्षक हर्षपति गोदियाल, दिनेश गोदियाल, जयानंद गोदियाल, चक्रधर गोदियाल, उपाध्यक्ष सतीश गोदियाल, सचिव आशीष गोदियाल, कोषाध्यक्ष द्वारिका गोदियाल, सदस्य प्रकाश गोदियाल, सौरभ , पंकज रावत, सुमित , सतीश आदि मौजूद रहे ।