और आज आजाद हो गए आशुतोष भी । तो क्या वापस लौटेंगे आशुतोष ! अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी AAP से आशुतोष का मोहभंग हुआ ।
देश के वरिष्ठ पत्रकार रहे आशुतोष पूर्व में पत्रकारिता छोड़ राजनीति का दामन थाम, अरविंद केजरीवाल के साथ हो लिए थे । और आशुतोष इस पार्टी में योगेंद्र यादव के साथ सबसे बड़ा बौद्धिक चेहरा माना जाता था । लेकिन योगेंद्र यादव ने पहले ही अरविंद केजरीवाल के व्यवहार से खिन्न होकर पार्टी छोड़ दी थी । और अब आशुतोष ने पार्टी को छोड़ केजरीवाल को जोरदार झटका दिया ।
कम से कम योगेंद्र यादव , प्रशांत भूषण, कुमार विश्वास और आशुतोष आम आदमी पार्टी की बौद्धिक संपदा मानी जाती थी । और इन दिग्गजों के कारण केजरीवाल के ओहदे में भी अच्छा खासा इजाफा हुआ था । लेकिन अब एक एक करके सबने केजरीवाल को अकेला छोड़ दिया है तो ऐसे में आगे फिर कोई बड़ा चेहरा केजरीवाल से जुड़ पाएगा उस पर अब संसय है ।
माना जा रहा है कि केजरीवाल को यह पसंद नहीं कि कोई नाम उनसे बड़ा हो जब जब मीडिया या अन्य सार्वजनिक मंचों पर उनसे जुड़े किसी व्यक्ति को तबज्जो मिलती है तो केजरीवाल तुरन्त उन्हें ठिकाने लगाने का प्लान भी तैयार कर लेते हैं । लेकिन ठिकाने लगाने के चक्कर में केजरीवाल यह भूल रहे हैं कि उनके इस घमंड के कारण अब धीरे-धीरे केजरीवाल और उनकी पार्टी ही ठिकाने लगती जा रही है । हालांकि आशुतोष के इस्तीफे की खबर को उन्हें राज्यसभा में न भेजा जाना भी माना जा रहा है । आशुतोष 2014 में लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं । लेकिन अभी आशुतोष ने अपने इस्तीफे की जानकारी ट्विटर से साझा की है । उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस्तीफा उनका बेहद निजी फैसला है । आशुतोष के इस्तीफे के जबाब में कुमार विश्वास ने भी ट्वीटकर उन्हें आजादी की बधाई दी है जिसे मीडिया आम आदमी पार्टी या केजरीवाल पर कुमार द्वारा तंज के तौर पर भी परोस रहा है ।
बहरहाल अभी शुरुआती चर्चा यह भी है कि वरिष्ठ पत्रकार रहे आशुतोष अब राजनीति को भी अलविदा कर लेंगे और वह पूरी तरह से लेखन कार्य में जुट जाएंगे । जाहिर सी बात है कि आशुतोष लिखने के कार्य में जुटेंगे तो आने वाले दिनों केजरीवाल सहित कईयों के जीवन दर्शन भी देश और दुनियां को पढ़ने को मिल सकती है । वैसे यह भी कहा जा रहा है कि राजनीतिक तिकडमों में फिट न हुए आशुतोष जल्दी ही किसी बड़े मीडिया संस्थान में एक बार फिर से निष्पक्ष पत्रकारिता करते हुए भी देखे जा सकते हैं ।
Ye step to Kafi pahale hi le liiya jana chahiye tha. Nice article.