उत्तराखंड में मनहूस घटना से जुलाई महीने की हुई शुरुआत ! कई घरों के बुझे चिराग ।
पौड़ी, Yi . 1 July, आज जुलाई महीने की पहली सुबह उत्तराखंड में मनहूसियत लेकर आई है । पौड़ी जनपद में एक भीषण हादसे ने दर्जनों परिवारों में मातम ला दिया है । पौड़ी जिले के नैनीडांडा ब्लॉक के पीपली भौन सड़क मार्ग पर हुए भीषण बस हादसे में 45 लोगों को जान चली गई जबकि 8 घायल बताये जा रहे हैं । घायलों को नजदीक के स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती किया गया है ।
मीडिया के अलग – अलग सोर्स के हवाले से हादसा आज सुबह 8 बजकर 45 मिनट पर हुआ है ।
बस दुर्घटना ग्वीन पुल पास हुई है । इस वक़्त बस में जरुरत से ज्यादा सवारी सफर कर रहे थे । बस का नम्बर UK 12 C 0159 जो कि रामनगर जा रही थी । दुर्घटना की सूचना आसपास के ग्रामीणों द्वारा प्रशासन को दी गई, बचाव दल के आने से पहले ही स्थानीय लोगों ने मोर्चा सम्भाला जिसमें से मृतकों समेत घायलों को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला जा सका है ।
बचाव व ढूंढ खोज आ कार्य अभी भी जारी है । प्रशासन की टीम भी मौके पर तैनात है । लेकिन सवाल यह कि 25 सीटर बस में दुगने से भी ज्यादा यात्री कैसे सफ़र कर रहे थे ? आखिर कहाँ गायब था प्रशासन ?
govt machinery has failed due to lack of moral values of people working for the service of state. this is not today’s affairetc but it has begun long back. poor state like u.khand, no earning resources , it is very shameful. no one is accountable here. we must see the characters of some civilized and holy people CHARACTER ”
i would like to mention here from my own event when i visited France in 1981 for some software training. since it was my first visit to that country where language was great problem. after my training i was given a very important software document from my institute IFP in paper tape then, but in traveling through metro, i lost the same some where in some plate form. when i came to india, i found the tape is missing, i was too disappointed.but it was my great surprise that same was sent to me by some passenger by registered post.
What a character !!!!!…
.prem ballabh semwal, ex scientist- CSIR-IIP..