Cabinet Expansion in Uttrakhand :ये 2 विधायक बनेंगे कैबिनेट मंत्री और इन कार्यकर्ताओं को मिलेगा दायित्व?
राज्य स्थापना दिवस पर विधायकों को तोहफा देने की तैयारी में मुख्यमंत्री?
देहरादून। यह 2 विधायक बनेंगे कैबिनेट मंत्री और इन कार्यकर्ताओं को मिलेगा दायित्व? राज्य स्थापना दिवस पर विधायकों को तोहफा देने की तैयारी में मुख्यमंत्री? इस तरह की खबरें आजकल सुर्खियों ंमें बनी हुई हैं।
त्रिवेन्द्र कैबिनेट में 2 मंत्री पद खाली हैं। इन दो खाली पढ़े मंत्री पदों पर आठवीं बार जीतकर आये सबसे बरिष्ठ विधायक हरबंस कपूर से लेकर पहली बार जीतकर विधानसभा पहुंची ऋतु खंडूडी तक की नजरें हैं। मंत्री पद को लेकर 01 अनार 100 बीमार
वाली स्थिति बनी हुई है। बात अगर सोशल मीडिया की करें तो शायद ही कोई ऐसा चेहरा बचा हो जिसे सोशल मीडिया ने मंत्री बनाने से छोड़ दिया हो। इन दिनों भी सोशल मीडिया में कौन बनेगा मंत्री खूब छाया हुआ है। सोशल मीडिया में दावा किया जा रहा है कि 9 नंवबर राज्य स्थापना दिवस से पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत खाली पड़े 2 मंत्री पदों से लेकर बरिष्ठ कार्यकर्ताओं को दायित्वों का बंटवारा कर सकते हैं। पहले इसी तरह की खबर दीपावली से पहले आई थी कि दीपावली पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ऐसा कुछ करने वाले हैं पर कुछ भी नहीं हुआ। कहीं इस बार भी सोशल मीडिया का बम फुस्स पटाखा न साबित हो जाए।
सोशल मीडिया में कयास लगाए जा रहे हैं कि एक मंत्रीपद गढ़वाल मंडल तो दूसरा कुमांऊ मंडल की खाते में जायेगा। मैदानी क्षेत्र को मंत्री पद की दौड़ से बहार रखा गया है। सोशल मीडिया में जो नाम मंत्री पद को लेकर चर्चाओं में है वह गढ़वाल मंडल की बद्रीनाथ विधानसभा से महेन्द्र भट्ट और कुमांऊ मंडल की खटीमा विधानसभा से पुष्कर सिंह धामी का नाम चर्चाओं में है। सोशल मीडिया की खबरों पर लोग अपने-अपने स्तर से कंमेट कर रहे हैं। अब इन बातों में कितनी सच्चाई है यह कह पाना तो बहुत मुश्किल है।
त्रिवेन्द्र कैबिनेट में मंत्री पद की खाली दो सीटों के सटीक समीकरण देखे जाये ंतो इस कड़ी में आठवीं बार जीते हरबंस कपूर वरिष्ठता के आधार पर सबसे मजबूत दावेदार हैं।
पूर्व मंत्री बंशीधर भगत, बलवंत सिंह भौर्याल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व मंत्री बिशन सिंह चुफाल, भाजपा के वरिष्ठ नेता हरभजन चीमा, मसूरी से विधायक गणेश जोशी भी मंत्री पद के लिए वरिष्ठता के आधार पर दावेदार हैं। इसके साथ ही एससी सीट से कांगे्रस के राजकुमार को हराने वाले पूर्व मंत्री खजानदास की दावेदारी भी मंत्री पद के लिए है।
इसके साथ ही कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नवप्रभात को हराकर विधानसभा पहुंचे भाजपा के मुख्य प्रवक्ता मुन्ना सिंह चैहान वरिष्ठता के आधार पर दावेदार हैं। मुख्यमंत्री हरीश रावत को बड़े अंतर से हराने वाले स्वामी यतीश्वरानंद और चैथी बार विधायक बने कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन की मंत्री पद को लेकर दावेदारी को नाकारा नहीं जा सकता है। तमाम दावेदार अपने-अपने स्तर से लामबंदी करने में जुटे हैं। यही नहीं जग जाहिर है कि हर बार की तरह इस बार भी मंत्रियों के नाम दिल्ली के स्तर से ही तय होंगे। ऐसे में सोशल मीडिया की खबरें कितनी पुख्ता साबित होंगी कह पाना मुश्किल है।
सरकार किसे कौन सा पद देगी
भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं में दायित्व पाने को होड़ मची हुई है। हर कोई मुख्यमंत्री और संगठन को खुश करने में जुटा हुआ है। हर कोई खुद को बेहतर साबित कर ये ओहदे पाना चाहता है। हाल ही में प्रदेश में भाजपा ने सत्ता संभाली है। इसके बाद से ही तमाम कार्यकर्ता, मंत्रियों और मुख्यमंत्री के आसपास चक्कर काटने में लगे हुए हैं।
अब इन तमाम निगमों, आवास विकास परिषद, सहकारी समितियों, विकास प्राधिकरणों, गन्ना समितियों, राज्य युवा कल्याण परिषद, तमाम विभागों की सलाहाकार परिषदों समेत कई दर्जन संस्थाओं में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष और सदस्यों के पदों पर सरकार नाम तय कर उन्हें नामित और मनोनीत करेगी। चूंकि इन सभी दर्जाधारियों को कई तरह की सरकारी सुविधाएं मुहैया कराईं जाती हैं। ऐसे में सुविधाओं और रुतबे को लेकर मारामारी होना लाजमी है। सूत्रों का कहना है अनुभव के साथ ही युवाओं को भी दायित्व से नवाजा जायेगा। कौन से नेताओं को अभी और किन को कुछ समय बाद दायित्व से नवाजा जायेगा ऐसे नेताओं की खोज संगठन द्वारा कर ली गई है। अब जल्द ही इंतजार है सीएम की हरी झंडी के बाद इनके नामों के ऐलान का।
सही कह रहे हैं आप यह तो आने वाला समय ही बताएगा की CM साहब क्या करते हैं
डबल इंजन सरकार है क्या पता यहाँ भी डबल धमाल ना कर दे एक के साथ एक फ्री स्कीम ।
एक तो पहले ही करेला दूसरा नीम पर लिपटा हुआ ।