चोर न घर का रहा, न घाट का ! चोर का ऐसा कारनामा कि जिससे वह हर किसी की जुबान पर चर्चा का विषय बन गया । कम से कम देवभूमि में तो ऐसी चोरी आज तक नहीं हुई होगी ।
कहते हैं सबसे ज्यादा शातिर होता है चोर । चोर , चोरी करने से पहले अपने बचाव के सभी रास्ते भी तैयार कर लेता है तभी तो वह हर छोटी बड़ी चोरी की घटना को बहुत ही सफाई के साथ अंजाम तक पहुंचाकर लाखों करोड़ों के माल पर हाथ फेर लेता है । लेकिन इस बार एक घटना में चोर को उसकी शातिर चाल उसीके लिए मुसीबत बन गई । जिससे निश्चित रूप से चोरों के यूनियन में इस विफलता को लेकर उच्च स्तरीय मंथन भी हो रहा होगा 😂😂।
बताते चलें कि यह रोचक घटना है देवभूमि उत्तराखंड में रामनगर की है । जहां चोर को इस बार चोरी के लिए कहीं और नहीं बल्कि अपने ही घर मे सेंध मारनी थी । उसे घर में रखी लाखों की रकम पर ही हाथ साफ करना था । पर चोरी तो चोरी है जिसे करने के लिए प्लानिंग बेहद जरूरी होती है । ऐसा हम नहीं बल्कि चोरों के चोरी करने के स्टाईल से लगता है । इस इस चोर को भी अपने घर में चोरी करने के लिए तगड़ी प्लानिंग करनी पड़ी । चोर को आईडिया सूझा कि क्यों न पुरुष रूप त्याग नारी के अवतार में अवतरित होकर घर में घुसा जाए ।
अब नौटंकीबाज चोर ने मर्दाना कपड़े उतार जनाना कपड़ों को धारण कर नारी रूप में प्रकट हो गया । और सीधे प्रवेश कर गया उस घर में जहां वह हर रात दिन आता जाता रहा है । प्लानिंग बेहत्तरीन थी उसे ज्यादा मेहनत नही करनी पड़ी, चोर जनाना हरक़तों के साथ एक कट्टा उठाकर घर से बाहर निकल आया ।
अब,… तब उसकी किस्मत फिर गई जब एक टोली में खड़ी ऑरिजनल जनानाओं की नजर घर से बाहर आती बेडौल बेगम पर पड़ी । उनमें खुशर फुशर भी होने लगी शायद वे आपस में यह कह रही होंगी —
हाई रे शबीना… ये तो हमारे मौहल्ले की तो ना लग री है ।
अरे रेहाना तू मौहल्ले की बात कर री है , मेरे को तो ये औरत ही ना लग री है ।
चलो री पास जाकर इसे रोकते हैं .. पूछते हैं , पता तो चले ये बेगम हैं कौन ??
हाँ शबीना सही कह री है चलो.. चलो.. सारे इसको घेरते हैं ।
फिर उसके बाद क्या हुआ होगा आप अंदाजा लगा सकते हैं ।
दरअसल इसी हफ्ते घटी यह अनोखी घटना रामनगर के खत्याड़ी की है । यहाँ नाजिम नाम के युवक ने बुर्का पहनकर अपने ही घर में रखे 5 लाख रुपये व गहने चुरा लिया थे, जिसे वह फटाफट एक कट्टे में डालकर घर से बाहर निकला । लेकिन बुर्का पहने चोर नाजिम की चाल को देख आसपास लोगों को शक हो गया ।
उन्होंने तुरंत उसे रोककर पूछताछ की तो बेगम बनी नाजिम की पोल खुल गई । इस बीच वहाँ भीड़ लग गई । कट्टा इधर से उधर हुआ । कुछ लोगों ने नाजिम के भाई आजम को फोन करके बुला लिया ।
लोगों ने नाज़िम से बरामद कट्टा आजम को सौंप दिया घर जाकर आजम ने कट्टे में 21 हजार रुपये बरामद किए । फिर नाजिम ने भाई को बताया कि जब लोगों ने उसे पकड़ा तो तब मुहम्मद अली व सब्बु ने उसके हाथ से कट्टा निकाला और पास के ही घर में ले गए थे और फिर बाद में कट्टा वापस दे दिया । जाहिर सी बात है कि चोर के कट्टे से 4 लाख 79 हजार रुपये व कीमती गहनों पर महाचोरों ने भी हाथ साफ कर दिया था ।
चोर नाजिम के भाई ने इस जोरदार चोरी वाली घटना की रिपोर्ट थाने में लिखवा दी । मूल चोर तो पहले से ही कब्जे में था ही लेकिन अभी चोर को लूटने वाले महाचोर मुहम्मद अली व सब्बु बाहर घूम रहे थे जिन्हें पुलिस पकड़कर सख्ती से पूछताछ की तो उन्होंने भी जुर्म कबूल लिया था । और इनसे सभी रुपये व गहने बरामद कर लिए गए ।
पुलिस ने इस अनोखी चोरी की घटना में बेगम बनकर चोरी करने वाले चोर नाजिम के साथ ही चोर नाजिम को लूटने वाले दो महाचोर मुहम्मद अली व सब्बु पर भारतीय दंड संहिता की धारा 379, 380, 411, 454 के तहत कसकर मुकदमा दर्ज कर न्यायालय में पेश किया जहां से न्यायालय के आदेश पर तीनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में सलाखों के पीछे डाल दिया गया ।
स्क्रिप्ट : शशि भूषण मैठाणी ‘पारस’