Exclusive : एक गेंद पर हुए 9 खिलाड़ी एक साथ आऊट …! इतिहास बना UPL का मैदान । UPL मतलब Uttrakahnd Political League .
एक बॉल पर 9 खिलाड़ी एक साथ आऊट हो गए ! क्या आप में से किसी ने ऐसा कभी सुना या देखा…? अगर नहीं तो अब सुनिए, आपको बताते चलें कि खेल का यह अजीबो गरीब अखाड़ा सजा है UPL के मैदान पर, जहां ऐसा हुआ है । दरअसल यह खेल मैदान में खेले जा रहे शुरुआती मैच में ही लड़खड़ा गया था । क्योंकि मैदान में पक्ष विपक्ष की दोनों टीमों के कुछ खिलाड़ी काफी समय पहले आपस में मैच फिक्स कर चुके थे । जिसकी भनक फील्ड अम्पायर को लग चुकी थी । तब UPL के मैदान पर खेले जा रहे पहले मैच के परिणाम घोषित होने से पहले ही भारतीय मीडिया एक तरफा नतीजों की घोषणा करने लगा था । जिससे दर्शक दीर्घा में बैठे लोग भी पहले से ही यह मान चुके थे कि UPL का यह मैच एक तरफा रहने वाला है । फिर भी विरोधी खेमे के द्वारा पहले से लिखी जा चुकी पटकथा के अनुसार अब दर्शक मैदान पर खिलाड़ियों के नाटकीय अभिनय और संवाद देखने के लिए खासा उत्साहित व रोमांचित हो रहे थे । लेकिन मैच के अंतिम ओबर की इकलोती बची गेंद के पड़ते ही फील्ड अम्पायर ने ऊँगली खड़ी करते हुए एक टीम से फिक्स 9 खिलाड़ियों को एक साथ आऊट कर दिया था । अम्पायर के इस ऐतिहासिक व एकतरफा निर्णय ने मैदान में जमे खिलाड़ियों और दर्शकों को हैरान हैरान कर दिया था ।
तब इस फैसले के खिलाफ सभी 9 खिलाड़ी जिन्हे मैदान से बाहर खदेड़ा गया था, वह थर्ड अम्पायर के पास जा पहुंचे, लेकिन 9 के 9 खिलाड़ियों को तब और भी जोरदार झटका लगा जब आज थर्ड अम्पायर ने भी फील्ड अम्पायर के निर्णय को उचित ठहराते हुए सभी आऊट किए गए खिलाड़ियों को UPL के मैदान से बाहर रहने का फरमान सुना दिया है ।
हालांकि थर्ड अम्पायर के फैसले के बाद UPL से बाहर हुए सभी खिलाड़ियों मे मायूसी जरूर दिखी परंतु उन्होने अभी भी हार नहीं मानी है और अब वह सीधे मैच रैफरी के दरवाजे तक जा पहुंचे हैं, और अब अपने अस्तित्व को बचाने के लिए इसी दरवाजे पर एक अंतिम उम्मीद आऊट हुए खिलाड़ियों की बची हुई है ।
UPL मतलब Uttrakahnd Political League दरअसल यह 9 वह खिलाड़ी हैं, जो शामिल तो थे कप्तान हरीश रावत की टीम में । इन खिलाड़ियों के बारे में आम चर्चा है कि इन्होने मैच के दरमियान ही विपक्षी टीम के साथ मैच फिक्स कर लिया था । चर्चाओं के अनुसार विपक्षी टीम ने बेहद गोपनीय व बड़ी रकम के साथ ही इन 9 खिलाड़ियों की बोली लगाकर अपने खेमे में शामिल किया था । हालांकि सौदा कितने में तय हुआ या नहीं हुआ, इसके लेन-देन का भी कोई पुख्ता प्रमाण अभी तक किसी के पास मौजूद नहीं हैं ।
बहरहाल UPL का लीग राउण्ड तो फिलहाल खत्म हो चुका है । और अब सबको इंतजार है 10 मई को उत्तराखण्ड की अस्थाई राजधानी देहरादून की विधानसभा में खेले जाने वाले UPL के फ़ाईनल मैच का यह दिलचस्प मैच भाजपा और कांग्रेश के बीच खेला जाना है । फिलहाल दोनों ही टीमें रणनीति बनाने में जुट गई हैं । और मजेदार बात यह भी कि उत्तराखण्ड में खेले जा रहे इस UPL मैच की लड़ाई में दांव पर दिल्ली की साख भी लगी है ।
शशि भूषण मैठाणी ‘पारस’
Copyright Youth icon Yi National Creative Media Report . 09.05.2016