रंग लाने लगी है CM की मुहीम ।
* उत्तराखंड के आमजन में उम्मीद के साथ ही संदेह भी क्योंकि पूर्व में भी हो चुके हैं एम ओ यू साईन, फिर भी जमीन पर नहीं हुआ कोई काम ।
* मुख्यमंत्री मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट ने अनुसार अब तक का सबसे पक्का, सच्चा और अच्छा काम , कहा जनता की उम्मीदों पर खरी उतरेगी सरकार ।
देहरादून, 21 सितम्बर, यूथ आइकॉन मीडिया । बीते कुछ दिनों से मुख्यमंत्री और उनका पूरा तंत्र जिस प्रकार से राज्य में विकास की धीमी गति को तेज करने की कोशिश में जुटे हैं उससे जनता को भी कुछ आस जगने लगी है । और संभवतः सरकार का भी यही प्रयास है कि वह सुस्त पड़े राज्य में कुछ हलचल कर जनता की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश करने के साथ ही एक मजबूत संदेश भी देने में सफल हो सके । बीते दिनों प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत स्वयं ही गुजरात, दिल्ली और मुम्बई में उद्योगपतियों से मिलने गए थे और उन्हें पर्वतीय राज्य उत्तराखंड में निवेश करने के लिए आमंत्रित भी किया था । मुम्बई में फ़िल्म उद्योग से जुड़ी अनेक हस्तियों से भी मुख्यमंत्री रूबरू हुए और राज्य की खूबसूरती को फिल्मी पर्दे में शामिल करने का सुझाव देते हुए फिल्मों के निर्माण हेतु उत्तराखंड में आमंत्रित किया था । और अब चंद दिनों में ही मुख्यमंत्री के प्रयासों का असर दिखने भी लगा है ।
इसी क्रम में सबसे पहले नवीनीकरण ऊर्जा में सरकार को 21 हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव प्राप्त हो चुका है । जबकि फ़ूड प्रोसेसिंग में 150 करोड़ रुपये के प्रस्ताव पर एम ओ यू साईन कर लिया गया है । इतना ही नहीं इस यूनिट के स्थापित हो जाने के बाद उत्तराखंड के नाम एक बड़ी उपलब्धि भी जुड़ जाएगी । दरअसल रोहित मार्कन ने स्वयं मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि रूद्रपुर में स्थापित मक्का से स्टार्च बनाने वाली भारत की यह सबसे बड़ी यूनिट होगी। इसमें 08 लाख टन मक्के की खपत होगी। जिसमें से 04 लाख टन मक्का उत्तराखण्ड के किसानों से सीधे क्रय किया जायेगा।
उत्तराखंड विधानसभा में मुख्यमंत्री कार्यलय में गुरुवार को कुछ उद्योगपतियों ने मुलाकात की और राज्य में निवेश करने ईच्छा जताई इसी के तहत नवीकरणीय ऊर्जा में 21हजार करोड़ के निवेश का प्रस्ताव एज्यूर पावर इंडिया प्राईवेट लिमिटेड ने दिया । जबकि फूड प्रोसेसिंग में 150 करोड़ के प्रस्ताव मिला जिसका पर एमओयू भी हस्ताक्षरित कर दिया गया । वहीं अड़ानी ग्रुप ने भी उत्तराखण्ड में एक हजार करोड के निवेश का प्रस्ताव सरकार को दे दिया है ।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत व कृषि मंत्री सुबोध उनियाल की उपस्थिति में गुरूवार को विधानसभा स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय सभागार में प्रदेश में फूड प्रोसेसिंग के क्षेत्र में 150 करोड़ रूपये के निवेश की योजनाओं का एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। एमओयू पर सचिव कृषि व खाद्य प्रसंस्करण डी.सेंथिल पाण्डियन व मैसर्स रॉकेट रिद्धि-सिद्धि प्रा.लि., गोरेगांव, मुम्बई के प्रबन्ध निदेशक रोहित मार्कन के मध्य एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। रोहित मार्कन ने मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि रूद्रपुर में स्थापित मक्का से स्टार्च बनाने वाली भारत की यह सबसे बड़ी यूनिट होगी। इसमें 08 लाख टन मक्के की खपत होगी। जिसमें से 04 लाख टन मक्का उत्तराखण्ड के किसानों से सीधे क्रय किया जायेगा। जबकि बड़ी संख्या में स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत को मैसर्स एज्यूर पॉवर इण्डिया के सीईओ ज्योति प्रकाश अग्रवाल ने उत्तराखण्ड में नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में लगभग 21 हजार करोड़ रूपये के निवेश प्रस्तावों से संबंधित सहमति पत्र भी सौंपा। इन प्रस्तावों में सोलर पैनल निर्माण, उत्तराखण्ड के जलाशयों/डेम में सोलर पॉवर प्लांट स्थापित करने, सोलर रूफटॉप प्लांट लगाने, पिरूल आधारित गैसिफिकेशन यूनिट के निर्माण, लघु जल विद्युत व बड़ी जल विद्युत परियोजनाओं के निर्माण से संबधित निवेश के प्रस्ताव शामिल हैं। इससे भी हजारों लोगों को रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने निवेशकों का उत्तराखण्ड में स्वागत करते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि प्रदेश में निवेश के लिए अनुकूल माहौल उपलब्ध कराया जायेगा। देश के विभिन्न स्थानों सहित थाईलैंड व सिंगापुर में आयोजित रोड शो के माध्यम से की गई निवेश की हमारी पहल को उद्यमियों ने सराहा है और हमारी उम्मीद से अधिक बढ़कर निवेश के प्रस्ताव प्राप्त हो रहे हैं। अडानी ग्रुप ने भी सौर ऊर्जा के क्षेत्र में एक हजार करोड़ रूपये के निवेश पर सहमति जतायी है। मुख्यमंत्री ने निवेशकों का आह्वान किया कि 7 व 8 अक्टूबर को देहरादून में आयोजित होने वाले इन्वेस्टर समिट में उनका स्वागत है।
इस अवसर पर मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, अपर मुख्य सचिव ओमप्रकाश, प्रमुख सचिव मनीषा पंवार, सचिव ऊर्जा राधिका झा, सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर, अपर सचिव डॉ.रंजीत सिन्हा सहित औद्योगिक समूहों के पदाधिकारी उपस्थित थे।
बहरहाल मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत की शानदार पहल अब परवान चढ़ते दिखाई दे रही है जिससे आम जन में भी उम्मीद की किरण जागेगी । परन्तु पूर्व के अन्यभवों को दृष्टिगत रखें तो जनता में संसय भी है । लोगों का मानना है कि पहले भी बहुत से एम ओ यू हमारी सरकारों ने उद्योगपतियों के साथ हस्ताक्षरित किये लेकिन उद्योग कभी यहां स्थापित न हो सके ।
जनता की इस आशंका को मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार रमेश भट्ट ने समाप्त करने की कोशिश में कहा है कि उत्तराखंड की जनता को बिल्कुल भी आशंकित नहीं होना चाहिए । उन्होंने कहा कि पहले की सरकारों ने क्या किया और क्या नहीं किया, वर्तमान सरकार व मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र रावत उसे न देखते हुए, राज्य हित में नए आयामों के साथ आगे बढ़ रहे हैं । रमेश भट्ट ने आगे कहा कि यह इस राज्य में पहली बार हुआ है कि जब कोई मुख्यमंत्री स्वयं की ओर से पहल करते हुए उद्योगपतियों के द्वार पर गए हैं । मुख्यमंत्री एक विजन के साथ देश के बड़े-बड़े उद्योगपतियों से मिले और निवेशकों को आश्वस्त किया कि उत्तराखंड में निवेश के लिए उन्हें अनुकूल माहौल उपलब्ध कराया जायेगा। और आज यह बड़ी उपलब्धि है कि हफ्तेभर के भीतर उद्योगपति स्वयं अपने भिन्न-भिन्न प्रस्ताव लेकर उत्तराखंड सरकार के पास आए हैं ।
Roads in Uttarakhand are in very condition. No attempts being made by govt to improve roads, public transport etc.