जल्दी मंच पर वापस लौटेगी उत्तराखंड की बेटी । एक सड़क हादसे में घायल हो गई थी “गौरी मिश्रा” ।
सबकी चहेती गौरी ने अपनी विशेष प्रतिभा के बूते देशभर में बढ़ाया है उत्तराखंड का मान सम्मान ।
गौरी मिश्रा आज पूरे हिंदुस्तान में एक जाना माना नाम है । गौरी का नाम उसके काम की वजह से हिंदुस्तान भर में बना चुका है विशेष पहचान । देश के किसी भी राज्य के बड़े बड़े समारोह हों या न्यूज चैनलों पर होने वाले रचनात्मक कार्यक्रमों में अब गौरी को विशेष मेहमान के तौर पर आमंत्रित किया जाता है । आज गौरी न सिर्फ उत्तराखंड में बल्कि देशभर की लोकप्रिय कवियित्री बन चुकी हैं । गौरी को उत्तराखण्ड की शान कहें तो अतिशयोक्ति नहीं होगी ।
देशवाशियों के दिलों में अपनी मधुर आवाज में कविता पाठ द्वारा एक विशेष जगह बनाने वाली “नैनिताल की बेटी” के नाम से सुप्रसिद्ध ‘गौरी मिश्रा’ के साथ कुछ दिनों पूर्व एक सड़क दुर्घटना हो गयी थी।
बताते चलें कि गौरी इन दिनों देश की सर्वाधिक लोकप्रिय कवयित्रियों में शामिल हैं और अपने कवितापाठ के लिए विभिन्न शहरों से आमंत्रण होने के चलते यात्रा पर रहती हैं। अभी कुछ दिनों पूर्व गौरी लखनऊ से कन्नौज एक मेडिकल काॅलेज में कविसम्मेलन में बतौर मुख्य कवि शिरकत करने जा रही थीं। जब उनकी कार एक्सप्रेस-वे पर पहुंची तो अचानक ही अनियंत्रित होकर पलटियां खाते हुए किनारे लगी बैरीकेटिंग से टकराकर पुन: सीधी हो गयी। जिसमें कवियित्री गौरी मिश्रा और उनके ड्राइवर दोनों की जान बाल-बाल बच गयी।
मुझे भी जैसे ही घटना की जानकारी मिली तो मैं भी आज गौरी से मिलने उनके आवास पर गया । गौरी ने घटना क्रम की जानकारी देते हुए बताया कि आज मैं ठीक हूं यह मेरे अपनों और सभी चाहने वालों की दुआओं का ही परिणाम है।
दरअसल गौरी को गाड़ी पलटने से गर्दन के ऊपर शरीर का वजन आने के वजह से दिक्कत हो रही है और अभी वह चिकित्सकीय परामर्श के चलते बस एक-दो दिन के बैड रेस्ट पर हैं।
उनके सभी चाहने वालों के लिए यही संदेश है कि गौरी जल्द स्वस्थ होकर आपके बीच वापस आने वाली हैं, चिंता की कोई बात नहीं है बस एक-दो दिन के आराम के बाद आपको फिर मंचों से आपकी प्रिय कवियित्री की मधुर आवाज सुनने को मिलेगी।
गौरी बहुत हिम्मती और एक तेजस्वी युवती हैं हमारे समाज के लिए । नारि सशक्तिकरण का एक जीता-जागता उदाहरण हैं गौरी, जो केवल अपने ज्ञान व हुनर के चलते आज देशवासियों के दिलों में बसती हैं।
पवन दुबे ।