पवन पुत्र हनुमान जी के सामने से भाग खड़े हुए अधिकारी ! चाहकर भी नहीं गिरा पाए हनुमान मंदिर, एक के बाद एक खराब होती चली गई मशीनें । ईलाके के लोगों में बढ़ी और अधिक आस्था ।
अब धीरे धीरे भीड़ एकत्रित होने लगी मामला पूरी तरह से आस्था से जुड़ते जा रहा था । कंपनी के अधिकारी भारी तनाव में आ गए एक ओर सभी मशीनों अचानक से काम करना बंद कर दिया और दूसरी ओर हनुमान भक्तों की भीड़ के बीच हनुमान जी के जय कारों का उदघोष । करें तो करें क्या ?
मामला है उत्तर प्रदेश के शाहजंहापुर का जहां आजकल पूरे ईलाके में हनुमान जी की शक्ति के चर्चे चारों ओर हर किसी की ज़ुबान पर हैं । और हो भी क्यों नही ! क्योंकि यहां जो लोगों के सामने जो चमत्कार हुआ उससे सभी अचंभित रह गए थे । और चमत्कार तब लोगों को देखने को मिला जब हाईवे के बीचों बीच आ गया था हनुमान जी का मंदिर फिर जो हुआ उसके बाद तो हनुमान भक्त जोश से भर गए नास्तिक भी आस्तिक हो गए ।
आपको बताते चलें कि उत्तर प्रदेश में के शाहजहाँपुर में आजकल फोर लेन नेशनल हाईवे बनाने का काम बड़ी तेजी से चल रहा है, जिसके चलते लोगों की पुस्तैनी घर जमीन सब जो कुछ भी रास्ते ।इन पड़ रहा है उसे ढ़हाया जा रहा है । नेशनल हाईवे बनाने का काम एरा कंपनी को सौंपा गया है । बताते चलें कि एकतरफ से हाईवे बनाते बनाते उक्त कंपनी जब तिलहर थाना के पास पहुंची तो फोर लेन का हाईवे जिधर से गुजरना था उसके बीचों बीच आ गया 130 साल पुराना निर्मित हनुमान जी का मंदिर । इधर कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर ने सरकारी सर्वे से बाहर कंपनी काम नहीं करने व जो नक्शे में है वैसे ही काम करने का हवाला देते हुए कर्मचारियों को मंदिर तोड़ने का निर्देश दे दिया , उसके बाद जो हुआ सब देखकर हैरान रह गए । क्योंकि तब एक के बाद एक मशीने जब हनुमान मंदिर की ओर बढ़ती तो बिना कारण एक एक कर सब खराब हो गई थी । जेसीबी मशीन की चैन ही टूट गई । दूसरी ओर अच्छा खासा चल रहा जनरेटर ऐसा बंद हुआ कि वह लाख कोशिसों के बाद भी दुबारा स्टार्ट होने को तैयार न था । अब धीरे धीरे भीड़ एकत्रित होने लगी मामला पूरी तरह से आस्था से जुड़ते जा रहा था । कंपनी के अधिकारी भारी तनाव में आ गए एक ओर सभी मशीनों अचानक से काम करना बंद कर दिया और दूसरी ओर हनुमान भक्तों की भीड़ के बीच हनुमान जी के जय कारों का उदघोष । करें तो करें क्या ?
अब कंपनी के अधिकारियों ने भी आस्था के मार्ग को अपना लिया तुरंत हनुमान मंदिर में पूजा बैठा दी फिर यह वचन दिया कि हनुमान जी का भव्य मंदिर हम इस स्थान से दूसरी जगह पर बनाएंगे , सबमें आपसी सहमति बनी फिर दुबारा काम शुरू हुआ अब सबसे पहले हनुमान जी की मूर्ति को सुरक्षित उठाना था लेकिन फिर हुआ चमत्कार कम्पनी की लाख कोशिसों के बाबजूद मंदिर में मौजूद मूर्ति को हिला भी नहीं सका । साथ ही मंदिर को तोड़ने में अब मशीनों के बजाय झोंके गए मजदूरों के घन व हथौड़ों से एक भी इंच छत नहीं टूट पाई और न ही कोई ईंट ही निकाल पाए । जिसके बाद अब पूरे इलाके के लोग मंदिर को न तोड़ने की जिद्द पर अड़ गए हैं । मंदिर को बचाने के लिए सरकार व प्रशासन के खिलाफ भी नारेबाजी शुरू कर दी गई और लोग अब रास्ता बदलने के लिए दबाव डाल रहे हैं जबकि अब ऐसा संभव नहीं है काफी दूर से एक सीध में बनते चले आ रहे फोरलेन हाईवे को एकदम से मोड़ा भी नहीं जा सकता है । फिलहाल जो कुछ शाहजहाँपुर हुआ स्थानीय लोग उसे आस्था से जोड़ चुके हैं । अब देखना यह दिलचस्प होगा कि आस्था जीतती है या कंपनी की जिद्द ।