अनिल बलूनी ने एक और लकीर खींच नई नजीर पेश कर दी जिससे एक बार फिर उनका कद कई दिगज्जों को बौना कर गया ।
* सांसद ने सचिव को लिखा पत्र सांसद निधि से तैयार ICU को बिना उद्घाटन के जनता की सेवा में करें समर्पित ।
एक नहीं अनेकों मौकों पर देखा जाता है कि नेता लोगों को रिब्बन काटने, फूल चढ़ाने, शिलान्यास करने व किसी भी योजना को शुभारम्भ आदि इत्यादि करने का बड़ा शौक रहता है । अधिकांश नेताजन इन गतिविधियों को ही नेतागिरी की रीढ़ भी मानते हैं ऐसे में भला सरकारी कर्मचारी अधिकारी भी विभिन्न औपचारिकताओं को पूरा करने के चक्कर मे कई बार नेताओं के इंतजार में ही जनउपयोगी योजनाओं का बंटाधार कर देते हैं । क्योंकि अधिकारियों की भी मजबूरी होती है वह नेता जी को नाराज करने का जोखिम नहीं उठा सकते हैं । लेकिन अब इस परम्परा को ध्वस्त करने की दिशा में पहली पहल की है राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने ।
यूँ तो बलूनी अपनी अनूठी कार्यशैली से बेहद कम समय में जनता के बीच अपनी विशेष छवि तो स्थापित कर ही चुके हैं लेकिन इस मर्तबा उन्होंने एक और लकीर खींच नई नजीर पेश कर दी जिससे एक बार फिर उनका कद कई दिगज्जों को बौना कर गया ।
बात दरअसल ये है कि , उत्तराखंड से राज्यसभा सांसद एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख अनिल बलूनी ने अपनी सांसद निधि से लगभग पूर्ण हो चुके कोटद्वार और उत्तरकाशी आईसीयू एवं वेंटीलेटर सेंटर के सम्बन्ध में प्रदेश के स्वास्थ्य सचिव को पत्र भेजकर कहा है कि आईसीयू सेंटर का निर्माण कार्य पूर्ण होते ही उद्घाटन की औपचारिकता की प्रतीक्षा करने के बजाय तत्काल उसे जनता की सेवा में समर्पित कर दिया जाए ।
सांसद बलूनी ने कहा की जनता के धन से जनता के लिए तैयार की गई सुविधा तत्काल जनता की सेवा में समर्पित हो जानी चाहिए. हमें शिलान्यास, उद्घाटन आदि की औपचारिकताओं से ऊपर उठकर व्यवहारिक होने की आवश्यकता है. समय के साथ हमें अपनी कार्यसंस्कृतियों में बदलाव करना चाहिए ।
उन्होंने कहा कि आईसीयू का निर्माण पूर्ण होते ही उसे तत्काल जनता की सेवा में प्रारंभ कर देना चाहिए. ऐसा न हो कि उद्घाटन की औपचारिकताओं के कारण तैयार आईसीयू होते हुए भी कोई महत्वपूर्ण जीवन संकट में ना पड़ जाए क्योंकि तैयार होते ही यह जनता की स्वतः संपत्ति है ।
सांसद बलूनी ने कहा कि संतोषजनक समय में आईसीयू सेंटर का निर्माण पूर्ण हुआ है. इनका कुशल संचालन हो और अपेक्षित मेडिकल स्टाफ की तैनाती कर जनता को सुविधा देना हमारी प्राथमिकता है. दुर्गम क्षेत्रों में आईसीयू सेंटर गंभीर रोगियों के लिए वरदान साबित होंगे ।