Lo mai aa gaya : लो में आ गया, अपने गीत को पछाड़ा नेगी जी ने….. नेगी दा के लिए दुआ कीजिए, बददुआ मत दीजिए !
अवधेश नौटियाल । देहरादून, (यूथ आइकाॅन)। उत्तराखंडी लोकसंस्कृति के घ्वजवाहक गढ़रत्न नरेन्द्र सिंह नेगी जी दिल का दौरा पड़ने के बाद देहरादून के मैक्स अस्पताल में जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहें हैं। डाॅक्टरों की टीम अपना काम कर रही है। जब नेगी दा को हार्ट अटैक आने की खबर सामने आई तो उनका हर प्रशंसक हाथ जोड़े बस उनकी सलामती की दुआ में लग गया। ये खबर फैलते ही उनके घर और अस्पताल के बाहर उनका कुशल क्षेम पूछने वालों का जमावड़ा लग गया। पहाड़ों के हर नुक्कड़-चैराहे पर अगर कुछ चर्चा थी तो बस नेगी दा की। नेगी के प्रति लोगों का एक प्रेम और दुआएं ऐसे ही नहीं हैं।
लेकिन हम में से कुछ लोग ऐसे भी हैं जोकि उनके जल्दी स्वस्थ होने की दुआ न कर अफवाहें फैलाने में लगे हुए हैं। यह एक ऐसा वक्त है कि जब हम सभी को नेगी दा के परिवार साथ खड़ा होने के साथ ही वह जल्दी स्वस्थ हो इसके लिए जो जिस देवता को मानता हो उससे प्रार्थना करनी चाहिए, लेकिन कुछ लोगों को इस बात से कोई मतलब नहीं है। वह सिर्फ नेगी जी के मौत की अफवाह फैलाने में लगे हुए हैं। अगर उनके परिवार के किसी अपने मां-बाप भाई-बहन, पत्नी, बच्चे के साथ ऐसा हुआ होता तो क्या वह बिना पूरी बात जाने सोशल मीडिया पर लिखते रहते कि मर गए। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दे, और भी बहुत कुछ। आप अगर नेगी दा को प्यार करते हैं तो वह जल्दी स्वस्थ हों इसके लिए दुआ कीजिए। उनके मरने की बातों को मत फैलाइए।
उत्तराखंड के प्रसिद्ध लोक गायक नरेंद्र सिंह नेगी की कल रात अचानक से तबीयत खराब हो गई। हालत गंभीर होने के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया। वहीं अब उनकी हालत में सुधार बताया जा रहा है। परिजनों ने तत्काल उन्हें सीएमआई हॉस्पीटल में भर्ती करवाया, जहां से उन्हें गंभीर हालत में मैक्स हॉस्पीटल रेफर कर दिया गया है। मैक्स में डाॅक्टरों की टीम उनके ईलाज में जुटी हुई है। बता दें नेगी को देखने के लिए मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत सहित राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी पहुंचे थे। सीएम ने चिकित्सकों को उच्चतम सुविधा देने और इलाज में कोई कसर नहीं छोड़ने का निर्देश दिया। काफी गंभीर हालत के बाद अब लोक गायक नरेंद्र सिंह की हालत में अब सुधार है। वहीं दिल के दौरा पड़ने से उनकी तबियत खराब हुई थी। जिसके चलते उनको अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
सीएमआई अस्पताल चेयरमैन डॉ.आरके जैन ने बताया कि लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी को दोपहर बाद पौने तीन बजे अस्पताल में लाया गया। डॉ.जैन ने बताया कार्डिक स्पेशलिस्ट डॉक्टर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ.जगजीत सिंह की देखरेख में तीन सदस्यीय टीम की देखरेख में एनजियोग्राफी की गई। जिसके बाद उनकी गंभीर स्थिती देखते हुए मैक्स अस्पताल ले जाया आ गया।
एक कार्यक्रम से लौटने के बाद बिगड़ी सेहत :
नरेंद्र सिंह नेगी के करीबी संस्कृति कर्मी गणेश खुगशाल गणी ने बताया कि सोमवार को उनका पौड़ी गढ़वाल के बीरोंखाल में कार्यक्रम था। जहां से लौटने के बाद उनकी तबियत खराब हुई। पहले उन्हें पेट दर्द के साथ सीने में हल्के दर्द था, लेकिन बुधवार को तबियत ज्यादा बिगड़ने पर उन्हें सीएमआई अस्पताल लाया गया। लोकगायक नेगी के अस्पताल में भर्ती होने की सूचना पर उन्हें देखने केदारनाथ विधायक मनोज रावत भी पहुंच गए। अस्पताल में उन्होंने नेगी के स्वास्थ्य की जानकारी ली। अस्पताल में उनकी पत्नी उषा नेगी और बेटा कविलाश भी मौजूद थे। लोकगायक प्रीतम भरतवाण ने बताया कि उनकी हालत नाजुक है और उन्हें बेहतर चिकित्सा के लिए मैक्स हॉस्पीटल ले जा रहे हैं। अभी कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी।
नेगी जी का जन्म 12 अगस्त, 1949 को पौड़ी जिले में हुआ था। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत पौड़ी से की थी और अबतक वे दुनियाभर के कई बड़े देशों में गा चुके हैं। नरेंद्र सिंह नेगी के गीतों को सुनकर देवभूमि की पीढ़िया बड़ी हुई हैं। उनके गीतों से उत्तराखंड की लोकसंस्कृति चलती है। यह कहना कहीं से भी अतिस्योक्ति नहीं होगा कि नरेंद्र सिंह नेगी का मतलब पहाड़ की आवाज है। उनकी आवाज पहाड़ के दिल की आवाज है। उनके गाये गीत पहाड़ियों को जीने का मार्ग दिखाते हैं और आज शायद यही कारण है कि उनकी सलामती के लिए लाखों हाथ दुआओं में उठ खड़े हुए हैं। कहा जाता है कि अगर आप उत्तराखंड और यहां के लोग, समाज, जीवनशैली, संस्कृति, राजनीति, आदि के बारे में जानना चाहते हों तो बस एक बार नरेंद्र सिंह नेगी के गीत सुन लें।