हमें हमेशा अपनी न्याय व्यवस्था का सम्मान करना चाहिए – न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह
भारतीय न्याय व्यवस्था का सम्मान पूरे विश्व में किया जाता है। हमारी न्याय व्यवस्था को न्याय की देवी के रूप में पूजा जाता है। इसलिए हमें हमेशा अपनी न्याय व्यवस्था का सम्मान करना चाहिए।
उक्त विचार उत्तराखंड उच्च न्यायालय के प्रशासनिक न्यायाधीश न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह जी ने जिला विधिक सेवा प्राधिकरण टिहरी गढ़वाल के तत्वावधान में आयोजित वृहद विधिक सेवा शिविर में व्यक्त किए।
इस शिविर हंस कल्चर सेंटर दिल्ली के तत्वावधान में दिव्यांगों एवं जरूरतमंदों के कल्याण के लिए व्हीलचेयर, सिलाई मशीन, कंबल एवं रिचार्जेबल लाइट प्रदान किए गए।
दिव्यांगजनो एवं जरूरतमंदों को स्वाभलंबी बनाने के लिए सेवा प्रदान करते हुए न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह ने कहा कि माताश्री मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज जी जरूरतमंदों के लिए वरदान है। जिनके आशीर्वाद से असंख्य जरूरतमंदों के जीवन में रोशनी की किरणें आ रही है।
श्री लोकपाल सिंह ने इस मौके पर कहा कि आज इस शिविर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में लोगों को न्याय मसलों की जानकारी दी जा रही है। इससे सभी को प्रेरणा लेनी चाहिए।
इस अवसर पर हंस कल्चर सेंटर वरिष्ठ अधिवक्ता एफ. के झा के ने कहा कि हम माताश्री मंगलाजी एवं भोलेजी महाराज जी की तरफ से जिला विधिक सेवा प्राधिकरण टिहरी गढ़वाल का आभार व्यक्त करते हैं कि आपने हमें यहां सेवा देने का अवसर प्रदान किया। मैं यहां मौजूद सभी कानूनविधों का भी आभार प्रकट करना चाहूंगा जो यहाँ लोगों को कानूनी सहायता की जानकारी दे रहे हैं।
इस मौके पर हंस कल्चर सेंटर के प्रतिनिधि दिनेश कंडारी एवं पराग जैन ने कार्यक्रम में उपस्थित मुख्य अतिथि उत्तराखंड उच्च न्यायालय के प्रशासनिक न्यायाधीश न्यायमूर्ति लोकपाल सिंह जी का कार्यक्रम के लिए अपना महत्वपूर्ण समय देने के लिए आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।
विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव नंदन सिंह राणा ने कहा कि मैं शिविर में मौजूद प्रबुद्ध जनों से निवेदन करता हूं कि आप सब भारतीय न्याय व्यवस्था का सम्मान करते हुए अपनी न्याय परंपराओं को जाने समझे, जिसके लिए आज यहाँ शिविर में हमारे अधिवक्ता आपको जानकारी भी दे रहे हैं। इस मौके पर शिविर में आधार कार्ड एवं पैन कार्ड भी बनाए गए।
इस मौके पर शिविर में वरिष्ठ अधिवक्ता एवं बड़ी संख्या में ग्रामीण भी मौजूद थे।
जगमोहन ‘आज़ाद’
Yes all of us must respect our justice system. Keep it up