Modi sir Where is our Chief Minister ? मोदी जी कहां है हमारा मुख्यमंत्री ?
* कल अपने साथ नए निजाम को भी लेते आना ।
मोदी जी 18 को अपने साथ हमारे मुख्यमंत्री को भी ले आना। खाली हाथ मत आना। मतदान भी हो गया, मतगणना भी हो गई परिणाम भी आ गया। देश और दुनिया को मालूम पड़ गया है कि उत्तराखंड की महान जनता ने बीजेपी को प्रचंड बहुमत दिया है। उत्तराखंड की जनता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हर बात को सिर माथे पर रखा। मोदी जी ने कहा डबल इंजन की सरकार चाहिए तो देवभूमि की जनता ने इतिहास रच दिया। मोदी जी ने एक कदम बढ़ाया तो उत्तराखंड की जनता ने दो
कदम आगे बढकर रिकार्ड तोड़ सीटों से बीजेपी को सत्ता में पहुंचा दिया। जनता ने इस बात का भी ध्यान रखा कि अगर सत्ता के लालच में एक बार फिर बगावत होती है तब भी भाजपा के पास बहुमत से ज्यादा का आकड़ा बचा रहेगा। जनता ने तो वादा पूरा कर दिया लेकिन अपने पहले ही वायदे को पूरा करने में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने पूरा हफ्ता लगा दिया, और वो वादा है सूबे की नई सरकार के मुखिया को लेकर। जीं हां 70 में से 57 सीटें मिलने के बाद भी अभी तक भाजपा हाईकमान नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान नहीं कर पाया है। देवभूमि की जनता ने प्रधानमंत्री के 56 इंच के सीने को बढ़ाकर 57 इंच का कर दिया लेकिन प्रधानमंत्री जी 57 विधायकों में से मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरे का चयन नहीं कर पाये। अगर पंसद कर लिया है तो उसको बता क्यों नहीं रहे ? राज्य की जनता के मन में ऐसे कई सवाल हैं जिनके जवाब जनता अपने प्रधानमंत्री से जानना चाहती है। प्रधानमंत्री जी 18 मार्च को यहां आ रहें हैं लेकिन अभी तक राज्य के मुख्यमंत्री का नाम तय नहीं हो पाया है। जनता कहने लगी है मोदी जी अपने साथ हमारे नए मुख्यमंत्री को भी ले आना।
वहीं इन सब के बीच कयासों का बाजार गर्म है कि मुख्यमंत्री पद की रेस में अंतिम समय में त्रिवेंद्र सिंह रावत रेस सबसे आगे बताए जा रहे हैं. पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की आज बैठक होगी. सूत्रों के मुताबिक उसमें ही त्रिवेंद्र सिंह रावत को नेता चुने जाने की संभावना है. हालांकि सीएम की रेस में पिथौरागढ़ से विधायक प्रकाश पंत का नाम भी है. चैबट्टाखाल से विधायक सतपाल महाराज भी दौड़ में बताए जा रहे हैं लेकिन केवल दो वर्ष पहले ही पार्टी में शामिल होने के कारण उन्हें सरकार में शीर्ष पद देने की संभावना कम नजर आ रही है.
56 वर्षीय त्रिवेंद्र सिंह रावत डोइवाला सीट की नुमाइंदगी करते हैं. उनको पार्टी अध्यक्ष अमित शाह का करीबी माना जाता है. इस वक्त वह पार्टी की झारखंड यूनिट के प्रभारी हैं. वह 1983 से 2002 तक आरएसएस के प्रचारक रहे हैं और उस दौरान वह उत्तराखंड अंचल और बाद में राज्य के संगठन सचिव रहे हैं. वह पहली बार 2002 में डोइवाला सीट से एमएलए बने. तब से वहां से तीन बार चुने जा चुके हैं. वह 2007-12 के दौरान राज्य के कृषि मंत्री भी रहे.
आज देहरादून में होने वाली पार्टी विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक भी मौजूद होंगे. प्रदेश पार्टी अध्यक्ष अजय भट्ट ने बताया कि शुक्रवार शाम तीन बजे होने वाली इस बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षकों, नरेंद्र सिंह तोमर और सरोज पांडे के अलावा उत्तराखंड के पार्टी मामलों के प्रभारी श्याम जाजू भी मौजूद रहेंगे. भट्ट ने कहा, श्श्पार्टी के सभी नवनिर्वाचित विधायकों से इस बैठक में और उसके एक दिन बाद नये मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह के मद्देनजर देहरादून में मौजूद रहने को कहा गया है.श्श् भाजपा ने 70 में से 57 सीटें जीती हैं.
नई सरकार का शपथ ग्रहण 18 मार्च को शाम तीन बजे परेड ग्राउंड में होगा जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह भी मौजूद रहेंगे. देश के कई अन्य प्रमुख पार्टी नेताओं के भी समारोह में शिरकत करने की संभावना है. परेड ग्राउंड में शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा रहा है.