News Portal : न्यूज पोर्टल नीति के लिए डोमेसाइल हो अनिवार्य…!
Dehradun, 11 July, उत्तराखंड डिजिटल मीडिया जर्नलिस्ट यूनियन देहरादून उत्तराखंड की बैठक उज्जवल रेस्टोरेंट देहरादून में आयोजित हुई । बैठक वरिष्ठ पत्रकार योगेश भट्ट की अध्यक्षता में की गई । इस अवसर पर उत्तराखंड डिजिटल मीडिया जर्नलिस्ट यूनियन के सभी सदस्यों द्वारा सरकार की वर्तमान न्यूज पोर्टल इम्पैनलमेंट नीति पर विरोध जताया है ।
उत्तराखंड डिजिटल मीडिया जर्नलिस्ट यूनियन की आज हुई मीटिंग में यह तय किया गया कि अब उत्तराखंड राज्य सूचना निदेशालय में न्यूज पोर्टल इम्पैनल व विज्ञापन के लिए डोमेसाइल अनिवार्य किया जाय । सरकार से इस नीति को शीघ्र लागू किए जाने की भी मांग की जायेगी ।
दरअसल विगत दिनों में कई अन्य राज्यों से कई लोगों ने आवेदन किया है । जिसका उत्तराखंड न्यूज पोर्टल यूनियन विरोध कर रहा है । जबकि बाहरी राज्यों से आए लोग इस मांग को तर्कसंगत नहीं मान रहे है । जबकि इसे उन लोगों को मुद्दा नहीं बनाना चाहिए जो इस पॉलिसी पर सवाल खड़े करना चाहते हैं ।
वह लोग खुद सोचें कि क्या उत्तराखंड के किसी व्यक्ति का न्यूज पोर्टल यूपी में इम्पैनल हो पायेगा !
इसी तरह से हमारे कुछ लोगों ने हिमांचल में न्यूज पोर्टल को इम्पैनल कराने की कोशिस की लेकिन उन्हें बाहरी बताकर वहां की सरकार ने पिछले दिनों में मना कर दिया ।
जबकि पता चला है कि मध्यप्रदेश में भी कोई राज्य से बाहर के किसी भी व्यक्ति के न्यूज पोर्टल को इम्पैनल नहीं किया जाता तो ऐसे सवाल उठना भी लाजमी है कि फिर उत्तराखंड ही क्यों इतनी दरियादिली दिखाए ।
एक सज्जन ने बीते दिनों में सोशल मीडिया फेसबुक और व्हॅट्सप के मार्फत गफ़लत फैलाई और शिगूफा छेड़ा कि फिर तो अमर उजाला, दैनिक जागरण सहित सबको बाहर किया जाना चाहिए वह भी बाहरी राज्य से हैं । …. ऐसे लोगों को अच्छे से समझ लेना चाहिए कि अमर, दैनिक हो या हिन्दुस्तान इन संस्थानों में इस राज्य के हजारों लोगों को प्रत्यक्ष रूप से नौकरी मिली है और हजारों को अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार, तो क्या क्या आप भी ऐसा कर रहे हैं ? …. नहीं ।
तो फिर ऐसे में क्यों आपको इम्पैनल किया जाय ?
आज बैठक में सभी ने एक स्वर में संकल्प लिया कि अब इस अभियान में हम सबको एक जुटता व मजबूती के साथ आगे बढ़ना होगा ।
सदस्यों के मन में पीड़ा थी कि हमने जिन कारणों से अलग पर्वतीय राज्य की लड़ाई लड़ी आज फिर से हमें विभिन्न क्षेत्रों में इसी तरह से अपने घर में ही शोषित किया जाने लगा है ।
कुछ लोग ऐसी भी अफवाह फैला रहे हैं कि ऐसा करके बाहर के लोगों का विरोध किया जा रहा है । जबकि सदस्यों की ओर से इसे बेहद ही हास्यास्पद बताते हुए कहा कि अगर हमें अपने ही घर में अपने अधिकारो की मांग करने में कुछ लोग इस मानसिकता से सोचते हैं तो सोचे जबकि यहां पर बाहर अंदर के विरोध या समर्थन की बात ही नहीं है ।
हम सिर्फ अपने अधिकारों की बात कर रहे हैं । जिसे हम किसी भी तरीके से लेकर रहेंगे । बहुत जल्द 13 जिलों से सैकड़ों पत्रकार देहरादून में जुटेंगे और सरकार से अपने हितों की रक्षा की मांग भी करेंगे ।
इसके अलावा आज मीटिंग में अनेक विषयो पर भी विचार विमर्श हुआ ।
इस अवसर पर न्यूज पोर्टल देवभूमि मीडिया के संपादक राजेंद्र जोशी, न्यूज़ पोर्टल डेली उत्तराखंड डॉट कॉम के सम्पादक योगेश भट्ट, न्यूज पोर्टल उत्तराखंड दस्तक के सम्पादक शीशपाल गुसाई , यूथ आइकॉन न्यूज पोर्टल के संपादक शशि भूषण मैठाणी, उत्तराखंड मीडिया न्यूज पोर्टल संपादक मीरा रावत न्यूज टुडे संपादक कैलाश जोशी , वाच डॉग संपादक दीपक आज़ाद, सक्षम उत्तराखंड संपादक जयदीप भट्ट, संपादक शंकर सिंह भाटिया , एन के गुसाई, स्टेट एजेंडा सम्पादक मोहित डिमरी, उत्तराखंड शंखनाद सम्पादक शिव प्रसाद सती , हिमालयायूके सम्पादक शेखर जोशी आदि उपस्थित ।
*शशि भूषण मैठाणी ‘पारस’
Copyright: Youth icon Yi National Media, 11.07.2016
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बहुत धन्यवाद बिजल्वान जी , जो मुद्दा आप हम सब के सामने लाये हैं यह अत्यंत महत्वपूर्ण है, राज्य से यदि अनुदान या विज्ञापन लेना है तो पोर्टल चलाने वाले को राज्य की वस्तिकता से रूबरू तो होना ही चाहिए , साथ ही उसका राज्य से भावात्मक सम्बन्ध भी होना चाहिए सबसे महत्वपूर्ण की जिन कारणों से अलग राज्य की स्थपना हुई है उनका ध्यान सबसे पहले रखा जाना चाहिए