Open Challenge : युवराज को ‘टप्पू गधे‘ का ओपन चैलेंज ! युवराज से कम नहीं है ‘टप्पू‘ के नखरे । Open Challenge : युवराज को ‘टप्पू गधे‘ का ओपन चैलेंज ! युवराज से कम नहीं है ‘टप्पू‘ के नखरे । 

Open Challenge : युवराज को ‘टप्पू गधे‘ का ओपन चैलेंज ! युवराज से कम नहीं है ‘टप्पू‘ के नखरे । 

RAKESH BIJALWAN,

इंसान हो या फिर जानवर उसके अंदर अगर दूसरों के मुकाबले कुछ खास गुण हों तो वह आम नहीं रहता, वह खास हो जाता है। ऐसे खास लोगों यानि सेलिब्रिटी की हमारे समाज में कितनी डिमांड है यह हम सभी अच्छी तरह जानते हैं। इंसानों को इंसानों के पीछे दीवाना होते हुए तो आप रोज देखते होंगे, लेकिन कभी किसी इंसान को भैंसे और गधे के पीछे दीवाना होते हुए देखा है। आज हम बता रहे हैं आपको ऐसे ही भैंसे और गधे के बारे में जिनकी दीवानगी, हरियाणा, हिमाचल, उत्तर प्रदेश ही नहीं उत्तराखंड के लोगों के सिर चढ़ कर बोल रही है। सोशल मीडिया में इन दिनों इन सेलिब्रिटी भैंसे और गधे की तस्वीरें खूब वायरल हो रहीं हैं। खबरों के साथ चुटकिले भी मजेदार बन रहे हैं। कुछ पाठक इसको सच मान रहें होगें कुछ झूठ? लेकिन यह बिल्कुल सच है कि युवराज और टप्पू ने दिखा दिया है कि वह भी किसी से कम नहीं हैं।

दुनियाभर में नाम कमा चुके हरियाणा के 10 करोड़ की कीमत वाले भैंसे ‘युवराज‘ को तो आप जानते ही होंगे। टीवी मीडिया से लेकर प्रिंट और सोशल मीडिया में हाल में खूब छाये हुए थे। इन्हें देखने लोग दूर-दूर आते हैं कि आखिर 10 करोड़ का भैंसा

Open Challenge : युवराज को ‘टप्पू गधे‘ का ओपन चैलेंज ! युवराज से कम नहीं है ‘टप्पू‘ के नखरे । 
Open Challenge : युवराज को ‘टप्पू गधे‘ का ओपन चैलेंज ! युवराज से कम नहीं है ‘टप्पू‘ के नखरे

दिखता कैसा है। ‘युवराज‘ पर खानपान व देखभाल में प्रति महीने करीब एक लाख रुपये का खर्च आता है। यह रोजाना 20 लीटर दूध, 10 किलो फल, 10 किलो दाना और छह किलो मटर खाता है। इसके अलावा हरा चारा भी इसे दिया जाता है। इसकी देखभाल के लिए तीन कर्मचारी दिनरात जुटे रहते हैं। रोजाना शाम के समय इसे छह किमी सैर कराया जाता है। इसके मालिक भैंसे का स्पर्म (वीर्य) बेचकर हर महीने 3 से 4 लाख रुपए तक की कमाई करते हैं। इस भैंसे के स्पर्म की मांग हरियाणा के अलावा पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान सहित कई राज्यों में है।

अब एक बार फिर ‘युवराज‘ सुर्खियों में हैं इस बार इन्हें सुर्खियों में लाने का काम किया है ‘टप्पू गधे‘ ने। सोनीपत के गधे टप्पू ने युवराज को ओपन चैलेंज दिया है। हम बात कर रहे हैं हरियाणा के गधे की जिसकी कीमत पर आप यकीन नहीं कर पाएंगे। इसने अच्छे अच्छे घोड़े भैंस को पीछे छोड़ दिया है। बता दे कि इस गधे की कीमत 10 लाख रुपए हैं। दरअसल हरियाणा के कुरूक्षेत्र के ‘युवराज‘ भैंसे की कीमत लोगों ने 10 करोड़ रूपये लगाई, जबकि हरियाणा के ही सोनीपत के एक गधे ‘टप्प‘ू की कीमत उसके मालिक ने 10 रुपये लगा दी है। ‘युवराज‘ और ‘टप्पू‘ की कीमत ने पूरे देश को चैंका कर रख दिया है। सभी यही सोच रहे हैं कि ये भैंसे और गधे नहीं, बल्कि कोई सेलिब्रिटी हो गए हैं। लेकिन ऐसा कुछ नहीं है, दोनों में ही ऐसे गुण हैं, जिसके कारण इनकी कीमत इतनी ऊंची बताई जा रही है।

युवराज से कम नहीं है ‘टप्पू‘ के नखरे

यह ‘टप्पू‘ गधा सोनीपत के गांव नयाबास के राज सिंह का है। इसका मालिक इसकी देखभाल में दिन रत लगा रहता है। इस पर गधे का मालिक बताता है कि वो 15 साल पहले वह इस गधे की मां को खरीदकर लाया था। जिनके सहारे ही वो जी रहा है। पहले भी वो एक गधे को 2 से 3 लाख की कीमत में बेच चूका है। राज सिंह ने बताया कि टप्पू सबसे अलग है, इसलिए इसके नखरे उठाने में भी कोई कसर नहीं छोड़ी जाती है। इसकी खुराक की बात करें तो यह हर दिन 5 किलोग्राम काले चने, 4 लीटर दूध और 20 किलो हरा चारा खाता है। खाने के बाद मीठे में टिप्पू के लड्डू तो जरूर चाहिए, नहीं तो यो झल्ला जाता है और भागने-दौड़ने लगता है। राज बताते हैं कि टप्पू पर एक दिन का खर्च लगभग 1000 रुपये आता है। इस गधे के लिए भी दूर-दूर से खरीददार आ रहे हैं जो पांच लाख में इसे खरीदना चाहते हैं। इसका रोज का खर्चा करीब एक हजार रूपए तक आता है। जिसमे वो सुबह 5 किलो चने एक टाइम पर मीठा खाता है जिसमे इसे लड्डू काफी पसंद है।

साधारण गधों से सात इंच लंबा है ‘टप्पू‘

10 लखिया गधे ‘टप्पू‘ की खासियत के बारे में उसके मालिक राज सिंह ने बताया कि टप्पू कोई मामूल गधा नहीं है। इसका कद साधारण गधों से सात इंच लंबा है। इसका इस्तेमाल केवल ब्रीडिंग के लिए किया जाता है. रोहतक के बेरी पशु मेले में उत्तर प्रदेश के एक ब्रीडर ने टप्पू को खरीदने के लिए 5 लाख रुपए की बोली लगाई थी, लेकिन उन्होंने बेचने से मना कर दिया। उन्होंने इसकी कीमत 10 लाख रुपये लगाई है।

टप्पू को सुबह शाम सैर पर जाने की है आदत

इसके अलावा टप्पू को सुबह शाम सैर पर जाने की भी आदत है। राज सिंह ने बताया जब टप्पू को खुले में घूमने के लिए ले जाया जाता है तो वो जमीन पर लोटकर मस्ती करने लगता है. इसके तबेले में गर्मी से बचने के लिए हर वक्त पंखा चलता रहता है। हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड से ब्रीडर टप्पू की सेवाएं लेने आते हैं। ब्रीडिंग के लिए एक बार टप्पू के इस्तेमाल की कीमत 10 हजार रुपए है। यह टप्पू की वो खास आदतें जो उसे दूसरे गधों से अगल बनाती है।

By Editor