मुसीबत में भाजपा । धन सिंह रावत समर्थकों के तीखे तेवर कहा भाजपा को एक भी सीट नहीं जीतने देंगे ।
◆स्क्रिप्ट : शशि भूषण मैठाणी “पारस”
धन सिंह रावत राज्य सरकार में मंत्री पद पर विराजित हैं लेकिन उन्हें इस बात की भनक तक नहीं लगी कि उनकी ही पार्टी BJP अब उन्हें सरकार क्या पार्टी में भी सही जगह देने को तैयार नहीं है ।
दरअसल आजकल सूबे में चुनावों को लेकर सरगर्मी है, नेता लोग अपने लिए या अपने चहेतों के लिए चुनाव मैदान में उतरने के लिए किसी भी सूरत में टिकट को लपकना चाहते हैं । लेकिन जब टिकट बंटवारे में सरकार में मंत्री को ही पैदल कर दिया जाय तो समर्थकों में गुस्सा फूटना भी लाजमी ही है ।
अपनी ही पार्टी और सरकार में उपेक्षा से भाजपा के वरिष्ठ नेता व राज्य सरकार में मंत्री धन सिंह रावत के समर्थक ऐसे आग बबूला हुए कि उन्होंने अपनी ही पार्टी बीजेपी को धमकी दे डाली कि वह प्रदेश भर में भाजपा को एक भी सीट नहीं जीतने देंगे । और नहीं भाजपा प्रत्याशियों को उनके चुनाव क्षेत्रों में घुसने देंगे ।
अब आगे आप सम्मानित पाठकजनों की जिज्ञासा को भी शांत कर लेते हैं दरअसल आप में से अधिकांश लोग इस खबर को उत्तराखंड राज्य से जोड़कर पढ़ रहे होंगे , परन्तु ऐसा नहीं है उक्त मामला राजस्थान का है । राजस्थान में भी वसुंधरा सरकार में धन सिंह रावत नाम के व्यक्ति पंचायत राज मंत्री हैं जिनको भाजपा ने इस बार टिकट नहीं दिया तो नेता जी सन्न हैं और उनके समर्थक आग बबूला ।
दरअसल भारतीय जनता पार्टी की ओर से बुधवार को प्रत्याशियों की सूची घोषित होने और बांसवाड़ा से वर्तमान विधायक व ग्रामीण विकास व पंचायतीराज राज्यमंत्री धनसिंह रावत का टिकट कटने के बाद गुरुवार को उनके समर्थक आक्रोशित हो गए। धन सिंह रावत के समर्थकों ने पार्टी के कार्यालय में जमकर हंगामा किया तोड़फोड़ भी की है । बताया गया कि इस बीच कार्यकर्ताओं ने राजस्थान के गृह मंत्री गुलाबचंद पर जमकर अपनी भड़ास निकाली है ।
दूसरी ओर धन सिंह रावत का टिकट काटने की घटना से नाराज हुए तीन मंडल अध्यक्षों व अन्य पदाधिकारियों ने भाजपा की पार्टी सदस्यता से से त्यागपत्र दे दिया। जबकि मंत्री रावत ने इस दौरान स्वयम को संगठन के फैसले के साथ खड़ा बताया । मंत्री ने कहा कि कार्यकर्ता फैसले से आक्रोशित हैं मैं तो उन्हें समझाने का प्रयास कर रहा हूँ । मंत्री ने मीडिया से बातचीत में बताया कि मुझे संगठन में पूरा विश्वास है जो भी निर्णय होगा उचित ही होगा ।
खबर स्रोत : अन्तरताना