Sandeep ki kartoot : संदीप ने अपनी माँ के साथ जो किया उससे पूरी दुनियां में इंसानियत हो गई शर्मसार…… !  अफशोस !  की भारत जैसे सभ्य देश का है यह मामला ।

 

 

इस घटना ने वर्तमान में खोखले हो रहे समाज की पोलपट्टी भी खोलकर रख दी है । जिसके बाद से पूरे देश में सामाजिक चिंतकों में बहस छिड़ गई है । कि वर्तमान में क्यों औलादें,  कु-औलादें बनने पर आमादा हो रही हैं । कैसे एक बेटा अपनी माँ के साथ इतना घिनौना कृत्य कर सकता है । 

Yi Media, कहते हैं सृष्टि में अगर सबसे पवित्र कोई रिश्ता है तो वह है माँ का । जो जननी है, ममता और दया की मूरत है । इसीलिए कहा जाता है कि देवताओं में भी पहला स्थान प्राप्त है माँ को । कहावत है कि जिस जिस ने माँ के मान सम्मान को ठेस पहुंचाई वह कभी भी अपने जीवन में सुखों को नहीं भोग सकता है । इसलिए सिर्फ भारत में नहीं बल्कि पूरी दुनियां में माँ को सबसे ज्यादा सम्मान प्राप्त है । माँ सभी धर्मों के बंधनों से मुक्त है वह सबसे ऊपर है । 

Sandeep ki kartoot : संदीप ने अपनी माँ के साथ जो किया उससे पूरी दुनियां में इंसानियत हो गई शर्मसार...... !  अफशोस !  की भारत जैसे सभ्य देश का है यह मामला । YOUTH ICON YI MEDIA AWARD . SHASHI BHUSHAN MAITHANI PARAS . GUJRAT . RAJKOT . REPORT . NEWS . www.youthicon.co.in
बेटे ने अपनी माँ के साथ जो किया उससे पूरी दुनियां में इंसानियत हो गई शर्मसार…… !  अफशोस !  की भारत जैसे सभ्य देश का है यह मामला । 

लेकिन आपको यह जानकर ताज्जुब होगा कि हमारे अपने देश यानी भारत जिसकी सभ्यता और संस्कृति के चर्चे सात समुंदर पार भी बड़े फक्र के साथ सुने और सुनाए जाते हैं , आज उस देश के माथे पर कलंक लगा गया एक माँ की ये कु-औलाद ।
आपको बताते चलें कि यह घटना है भारत के सबसे समृद्ध व चर्चित राज्य गुजरात के राजकोट की, जहां एक कलयुगी बेटे ने अपनी माँ के साथ ऐसा कुकृत्य कर डाला कि जिससे सारी इंसानियत शर्म से झुक गई है । वैसे घटना तो तीन माह पूर्व सितम्बर की बताई जा रही है । लेकिन अब उक्त मामले में जनवरी 2018 के प्रथम सप्ताह में हुए खुलाशे ने सबको चौंका दिया है ।
दरअसल घटना यह है कि गुजरात के राजकोट में रहने वाली महिला जिसका नाम जयश्री बैन था वह ब्रेन हैम्बरेज की बीमारी से पीड़ित थी वह लंबे समय से बिस्तर पर ही थी । जय श्री पेशे से अध्यापिका भी रही थीं । सितम्बर 2017 में अचानक से जयश्री फ्लैट की छत से नीचे गिरी तो उसे आनन फानन में अस्पताल भी ले जाया गया लेकिन वह मौत के मुंह में समा गई थी । तब उसके बेटे संदीप ने रिपोर्ट में दर्ज अपने बयान में बताया था कि उसकी मां छत पर सूरज को पानी चढ़ाने गई थी तो तब नीचे गिर गई । मामला फिर शांत हो गया था । लेकिन बताया जा रहा है कि इस बीच किसी ने पुलिस को गुप्त सूचना भेजी कि जयश्री के बेटे ने गलत बयान पुलिस को दिया है ।

CCTV फुटेज से पता चली करतूत : 

क्योंकि जयश्री बेन बहुत लंबे समय से चलने फिरने में असमर्थ थीं तो वह छत पर कैसे गई ? फिर पुलिस ने भी उक्त प्रकरण में गुपचुप तरीके अपनी जांच को आगे बढ़ाया और सबसे पहले बिल्डिंग में लगे CCTV कैमरों की रिकार्डिंग को खंगालना शुरू किया । जिससे बेहद चौंकाने वाली तस्वीरें सामने आईं परन्तु वीडियो फुटेज में बेटा संदीप अपनी माँ को सहारा देकर सीढ़ियों से ऊपर छत की ओर ले जाते हुए साफ साफ दिखाई दे रहा है । और इस बीच उसकी पत्नी कमरे का दरवाजा बंद करते हुए दिखाई दे रही है । लेकिन पुलिस के हाथ लगे फुटेज में बेटे द्वारा उसकी माँ को छत से नीचे धकेलने का कोई सबूत नहीं मिला तो फिर इस कुकर्मी बेटे ने अपने जुर्म को छुपाने के लिए नई कहानी बनाई कि वह तो माँ को सहारा देकर छत पर ले जा रहा था और वही फुटेज आपके पास हैं । लेकिन उसके बाद माँ सूरज को पानी चढ़ाने लगी तो वह अचानक से गिर गई ।

राजकोट पुलिस पहुंची ठोस सबूत तक  : 

अब पुलिस भी आधे अधूरे सबूत के चलते कोई भी ठोस कार्रवाई करने से हिचक रही थी । लेकिन पुलिस ने और बारीकी से अपनी छानबीन जारी रखी और इस बार सीधे जा पहुंची उस डॉक्टर के पास जो विगत कई वर्षों से शिक्षिका जयश्री बेन का इलाज कर रहे थे । डॉक्टर की तमाम रिपोर्ट से मालूम हुआ कि जयश्री बेन एक इंच कदम भी अपनी मर्जी से नहीं चला सकती थी तो ऐसे में उनका छत पर जाना तो असंभव ही नहीं बल्कि नामुमकिन था । फिर दूसरा खुलाशा हुआ कि जयश्री को ब्रेनहेम्ब्रेज हुआ था तो इस नाते भी अचेत ही रहती थीं तो फिर उनके द्वारा सूरज को पानी चढ़ाने वाली बात भी झूठी साबित हो गई ।

अपनाई सख्ती तो हुआ खुलाशा :

जब राजकोट पुलिस ने सारे साक्ष्य जुटाए तो उसके बाद वह भी आरोपी बेटे संदीप को उठा लाई और इस बार उसके साथ सख्ती से पेश आई । सारे सबूत उसे बताए गए तो आरोपी कलियुगी बेटे ने एक सिरे से अपने सारे गुनाह कबूल कर लिए । जिसके बाद आरोपी के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर हिरासत में लेकर कोर्ट के समक्ष पेश किया गया ।

चिंता की बात : 

लेकिन इस घटना ने वर्तमान में खोखले हो रहे समाज की पोलपट्टी भी खोलकर रख दी है । जिसके बाद से पूरे देश में सामाजिक चिंतकों में बहस छिड़ गई है । कि वर्तमान में क्यों औलादें कु औलादें बनने पर आमादा हो रही हैं । कैसे आजकल के बच्चे ये नई पीढ़ी अपने माता पिता के साथ इतना घिनौना कृत्य कर सकते हैं । कुछ दिन पहले आप सबने मुम्बई कि उस घटना को भी जरूर पढ़ा सुन होगा जिसमें एक बेटा अपनी माँ को घर में अकेले छोड़ विदेश चला गया था और उस माँ का शव कई महीनों बाद घर कर सोफे पर बिना मांस के हड्डियों व कंकाल के रूप में मिला था । कहीं न कहीं नैतिकता का पतन वर्तमान में हावी हो रहा है जिसे रोकने के शीघ्र ही प्रयास किये जाने चाहिए ।

स्क्रिप्ट : शशि भूषण मैठाणी पारस ।
SHASHI BHUSHAN MAITHANI “PARAS”
9756838527

By Editor