She sells urine : लड़की अपना पेशाब बेचकर 12 हजार लगभग रोज का कमा लेती है ।
* कौन खरीदता है उसका पेशाब?
* क्यों खरीदता है कोई उसका पेशाब ?
आगे आप स्वयं ही जान लें ….!
कहते हैं इंसान का खुरापाती दिमाग जितना करे कम ही कम है । अब इसी इंसानी दिमाग के खुरापात के बाद एक और ऐसी ख़बर सामने आई जिसने सभी को चौंका दिया है । और चौकाने वाली खबर यह है कि अब कोई इंसान अपना मूत्र का इस्तेमाल कर माला-माला हो सकता है । खबर आई है कि इन दिनों एक महिला अपने पेशाब को बेचकर महिनेभर में लखपति बन रही है । और यह ख़बर एक टीवी न्यूज चैनल की पड़ताल में सामने आई है ।
बातदरअसल बात सात समुन्दर पार से आई है, जहाँ एक महिला इन दिनों अपना पेशाब बेच रही है जिसका बाकायदा विज्ञापन भी दिया गया था । ऑनलाईन आ रही खबरो से पता हुआ कि फ़्लोरिडा की एक महिला आजकल पेशाब बेचकर रोजाना 200 डॉलर कमा रही है । बताया गया कि उक्त सम्बन्ध में ऑनलाईन विज्ञापन भी दिया गया जिसके बाद एक टीवी न्यूज चैनल ने मामले की पड़ताल की स्टिंग में पता चला कि महिला अपना पेशाब कॉलेज की कुंवारी लड़कियों के अलावा शादीसुदा महिलाओं को भी बेचा करती है ।
किस काम आ रहा है यह पेशाब :
पड़ताल में जो बात सामने आई उसने और भी चौंका दिया दरअसल महंगे दाम पर इसके सू -सू को खरीदने वाली महिलाएं पुरुषों को शादी के लिए जबरन तैयार करने के लिए एक हथियार के तौर पर इस्तेमाल कर रही थीं । जबकि कॉलेज की लड़कियां अपने बॉयफ्रेंड को डराने के लिए इस महिला के पेशाब को खरीद रहे थे ।
पेशाब खरीदने का कारण
पेशाब बेचने वाली महिला दरअसल गर्भवती थी जिसका प्रेगनेंसी टेस्ट पॉजेटिब आना ही आना था । बस यही एक खुरापात महिला के दिमाग में बैठी कि क्यों न वह अगले 9 महीनों तक अपने पेशाब को बेचने का धंधा शुरू कर ले । पेशाब बेचने के लिए बाकायदा महिला ने ऑनलाईन विज्ञापन भी दिये जिसके बाद तमाम महिलाओं और लड़कियों ने भी अपने पुरुष मित्रों व बॉयफ्रेंड्स को ब्लैकमेल करने के लिए इस महिला के पेशाब को खरीदना शुरू किया । लेकिन एक न्यूज चैनल की पड़ताल ने महिला के इस मूत्र धंधे की सारी पोल पट्टी खोलकर सबके सामने रख दी है । लेकिन पेशाब बेचने वाली महिला को अपने इस अनैतिक धंधे में जरा सी भी बुराई नजर नहीं आई ।
महिला का कहना है कि कॉलेज की लड़कियों को पैसो की जरूरत होती है । जबकि कुछ पुरुष महिलाओं का इस्तेमाल कर उनका शाररिक शोषण करते हैं इसलिए अगर ऐसे लोगों से निबटने के लिए उसका सू – सू किसी के काम आ रहा है तो उसे कोई मलाल भी नहीं है ।
स्क्रिप्ट : यूथ आइकॉन Yi मीडिया डेस्क
खबर श्रोत : इन्टरनेट से ।
क्या बात है ,सच में ऐसी खबर तो पहली बार ही पढ़ने को मिली है।
Help on cost and help in good faith (without gainful purpose) are two different things. Though, both are not legally permissible.
When selling of help is fraud & a punishable offense; helping free in good faith, may be an act of social reform but on any untoward happening becomes punishable.