उत्तराखंड में एक सांसद की इस ‘ना’ से आखिर क्यों परेशान हो गई है पुलिस ???

 

 

 

 

यूथ आइकॉन रिपोर्ट :  आम हो या ख़ास हर किसी की सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस के जिम्मे होती है  । और अगर बात किसी खास की हो तो पुलिस और भी ज्यादा सतर्कता बरतती है । और ऐसा सिर्फ हमारे देश या प्रदेश में ही नहीं बल्कि पूरी दुनियां में होता है जहाँ हुक्मरानों, जन-प्रतिनिधियों, अधिकारीयों व अति विशिष्ट लोगों को अतरिक्त सुरक्षा प्रदान की जाती है ।
इसी क्रम में आपको बताते चलें कि हाल ही में उत्तराखंड से राज्यसभा के लिए चुने गए सांसद अनिल बलूनी को भी नियम के अतरिक्त गृह मंत्रालय की रिपोर्ट के आधार पर विशेष सुरक्षा दी गई थी, जिसे लेने से सांसद बलूनी से साफ़ मना कर दिया था ।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और हाल ही में राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए सांसद अनिल बलूनी ने अपने को प्रदान की गई वाइ श्रेणी की सुरक्षा को लौटा कर एक नई मिसाल पेश की है । anil baluni BJP
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और राज्यसभा के लिए में उत्तराखंड से सांसद अनिल बलूनी ने अपने को प्रदान की गई वाइ श्रेणी की सुरक्षा को लौटा कर एक नई मिसाल पेश की है ।

बलूनी का तर्क है कि उन्हें इस तरह का कोई खतरा नहीं है जो कि वह वाई प्लस की सुरक्षा लेकर चलें । और फिर राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी ने उत्तराखंड सरकार द्वारा दी गई वाई प्लस सुरक्षा को यह कहकर वापस कर दिया था कि उन्हें अपने प्रांत में किसी सुरक्षा की आवश्यकता प्रतीत नहीं होती है ।
लेकिन सांसद बलूनी के तर्क के उलट गृह मंत्रालय की रिपोर्ट है जिसमें उन्हें सुरक्षा देना बेहद आवश्यक है । बताते चलें कि गृह मंत्रालय के अनुसार प्रधानमन्त्री मोदी के बेहद करीबी अनिल बलूनी को खतरा है और इसी नाते उन्हें सुरक्षा दी गई है, जिसके लिए गृह मंत्रालय उन्हें नियमानुसार हर वक़्त सुरक्षा घेरे में रखेगा ।
लेकिन अब उत्तराखंड में नैनीताल पुलिस सांसद बलूनी के सुरक्षा न लेने संबधित बयान से भारी पशोपेश में है ।
दरअसल यह सर्व विदित है कि कुछ समय पहले बलूनी ने सुरक्षा लौटाने की बात की थी जिसके चलते नैनीताल पुलिस एक ओर बलूनी के बयान के आधार पर सुरक्षा देने ना देने के विचार में पशोपेश में है, जबकि वहीं राज्य सरकार के गृह मंत्रालय के अनुसार उनकी सुरक्षा वापस नहीं हुई है। नैनीताल के एसएसपी ने इस संबंध में प्रदेश के डीजीपी को पत्र लिखकर निर्देश मांगे हैं। बलूनी इस दौरान परिवार के साथ हल्द्वानी में है, इसलिए नैनीताल पुलिस पर दबाव आना स्वाभाविक है।

By Editor