Tana-tan : ना डीपीआर, न धन और हो गया उद्घाटन …!
श्रीनगर। केन्द्र सरकार की नामि गंगे परियोजना शुरू होने से पहले ही विवादों का हिस्सा बन गयी है। नामामि गंगे कार्यक्रम के अंतर्गत श्रीनगर क्षेत्र में बनने वाले तीन घाटों के निर्माण के लिये प्रस्तावित योजना के उद्घाटन कार्यक्रम पर सवाल खडे हो गये है। स्थानीय विधायक गणेश गोदियाल इन तीन घाटों का प्रस्तावित योजना का उद्घाटन किया।
बृहस्पतिवार को हरिद्वार की तरह ही इस कार्यक्रम का श्रीनगर मे भी भव्य उद्घाटन हुआ। लेकिन श्रीनगर में इन घाटों के उद्घाटन पर तमाम तरह के सवाल खडे हो रहे है। घाटों के निर्माण की डीपीआर एवं घाटों को बनाने की लागत सहित अन्य कई विन्दुओं को लेकर आयोजकों के पास कोई भी स्पष्ठ जवाब नहीं है। आलम यह है कि आयोजकों ने जिन घाटों के उद्घाटन के लिए निमंत्रण जारी किये है उसमे नैथानी घाट श्रीनगर भी दर्ज किया है लेकिन पूरे श्रीनगर क्षेत्र में कही भी नैथानी घाट है ही नहीं। वहीं इन घाटों के निर्माण के लिए कितना धन सरकार की और से जारी हुआ है। घाटों का निर्माण कार्य कब शुरू होगा व ये घाट बन कर कब तक तैयार होंगे इस तरह के सवालों के जबाब भी आयोजकों के पास नहीं है।
श्रीनगर में इस कार्यक्रम के उद्घाटन में लगे वाप्कोस लिमिटेड के अधीशासी अभियंता अरविन्द कुमार गहलोत से इस संदर्भ में बात की
गयी तो उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया। उन्होंने कहा कि उनका कार्य केवल उद्घाटन कार्यक्रम आयोजित करना है। उत्तराखंड क्रांति दल के नेता गणेश भट्ट ने कहा अलकनंदा नदी के तटों पर घाटों एवं मेरिन ड्राईव बनने के लिए पूर्व भी भी शिलान्यास कार्यक्रम आयोजित हो चुके है लेकिन ये अभी तक अस्तित्व में नहीं आये है। वही इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग कर रहे क्षेत्रीय विधायक गणेश गोदियाल का कहना है कि उन्हें भी इस योजना के कार्य को लेकर कोई भी जानकारी नहीं है। यह केन्द्र सरकार की योजना है। आयोजकों ने उन्हें स्थानीय विधायक के तौर पर आमंत्रित किया है।
*पंकज मैंदोली
Copyright: Youth icon Yi National Media, 08.07.2016
यदि आपके पास भी है कोई खास खबर तो, हम तक भिजवाएं । मेल आई. डी. है – shashibhushan.maithani@gmail.com मोबाइल नंबर – 7060214681 , और आप हमें यूथ आइकॉन के फेसबुक पेज पर भी फॉलो का सकते हैं । हमारा फेसबुक पेज लिंक है – https://www.facebook.com/YOUTH-ICON-Yi-National-Award-167038483378621/
चुनावी घोषणा मात्र है और कुछ भी नहीं जब कोई डीपीआर ही नही तो।समझा जा सकता है क्या होने जा रहा है