मुसीबत में मंत्री जी को अकेले छोड़ भाग खड़े हुए सुरक्षा में तैनात पुलिस कर्मी व ड्राइबर । मंत्री ने डर के मारे कर दी आंखे बंद ।
उत्तराखंड में एक अजीब सा वाकिया सामने आने से सरकार के मंत्रियों की सुरक्षा को लेकर जोरदार बहस अब अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकती है । बताते चलें कि मुसीबत में फंसे राज्य सरकार के एक दमदार मंत्री ने ही अपनी जुबानी अपनी कहानी एक मंच से सार्वजनिक की है । जिसके बाद सभी भौंचक रह गए । वाकही अगर मंत्रियों की सुरक्षा में तैनात कर्मियों के ये हाल हैं तो सूबे की जनता के सूरतेहाल क्या होंगे इसका अंदाजा भी आसानी लगाया जा सकता है । जबकि सुरक्षा कर्मियों को हर मुसीबत का डटकर सामना करने का अभ्यास दिया जाता है । और अब अगर ऐसे प्रशिक्षित सुरक्षा कर्मी मंत्री जी को ही संकट में घिरा छोड़ भाग जाएं तो निसंदेह सुरक्षाकर्मियों को दिया जाने वाला प्रशिक्षण प्रशिक्षण संस्थान भी सवालों के घेरे में आ जाता है ।
दरअसल विश्व हाथी दिवस के मौके पर सूबे के काबिना मंत्री मंच से अपना संबोधन कर रहे थे उन्होंने इस दरमियान चंद रोज पहले अपने साथ घटित एक घटना का जिक्र करते हुए पूरी आपबीती सुनाई और ईश्वर का धन्यबाद जताया कि आज मैं उसी परमेश्वर की वजह से आप लोगों के बीच में हूँ ।
अप्रत्यक्ष रूप से ऐसा भी लग रहा था कि मानो मंत्री जी का इशारों ही इशारों में अपने सुरक्षा में तैनात कर्मियों पर भी कटाक्ष कर रहे हों ।
मंत्री हरक सिंह बताया कि जब उनकी रास्ते में हाथी आया तो मुसीबत में उनके सुरक्षाकर्मी यहां तक कि उनका ड्राइबर भी उन्हें गाड़ी में अकेले छोड़ पीछे भाग खड़े हुए । मंत्री ने बताया कि सामने हाथी देख मेरी घबराहट बढ़ गई और मैंने भगवान का स्मरण करते हुए अपनी आंखें बंद कर दी और चुपचाप गाड़ी में ही बैठा रह गया । इस बीच कब हाथी मेरी गाड़ी को साइड से रगड़ मारकर आगे बढ़ गया मुझे पता ही नहीं चला ।ऐसे में हम भी यही कहेंगे कि ईश्वर की ही कृपा थी कि मंत्री की जान बच गई वरना सुरक्षाकर्मियों के भरोशे रहते तो बहुत बड़ी घटना हम सबके सामने होती । मंत्री हरक सिंह के साथ यह घटना कोटद्वार के निकट के कॉरीडोर घटी थी । मंत्री ने कहा कि उन्होंने घटना के बाद सुरक्षाकर्मियों व ड्राइबर की खूब क्लास भी लगाई ।
अपनी आपबीती सुनाने बाद मंत्री ने अपने संबोधन को समेटते हुए कहा कि मेरे साथ घटित घटना भी एक सबक की तरह है । उन्होंने कहा कि हाथियों के साथ-साथ मानव की सुरक्षा के लिए भी हल निकालने आवश्यक हैं वरना यह संघर्ष आगे चिंतनीय है । मंत्री ने कहा कि जानवरों के क्षेत्र में मानवीय दखल से भी बचना होगा । उन्होंने अंत में हाथी को ताकतबर के साथ-साथ एक बुद्धिमान जानवर भी बताया और उसकी सुरक्षा के प्रति सबको संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया ।