World’s First Anti-Rape Device Invented by Manisha Mohan : सावधान ! अब अगर महिलाओं को छुआ तो लगेगा 3800 किलोवोल्ट का जोरदार झटका !
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मुसीबत में फंसी महिलाओं का ‘कवच‘ बनेगी अंतःवस्त्र (पेंटी या ब्रा) में छुपा ‘शी‘
SHE – Society Harnessing Equipment ।
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मशहूर अभिनेत्री प्रीति जिंटा की महिला सुरक्षा को लेकर अनूठी पहल ।
अंतःवस्त्र (पेंटी या ब्रा) की इस अनोखी खोज को इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट अहमदाबाद (आइआइएम-ए) में आयोजित हुए गांधीयन यूथ टेक्नोलॉजी अवार्ड-2013 से सम्मानित किया जा चुका है। Manisha Mohan मनीषा मोहन ने बताया कि उन्होंने National Institute of Fashion Designing नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन डिजाइनिंग (एनआइएफटी) में अपने दोस्तों से शी को तैयार करने में मदद मांगी है। वह इसमें ऐसे कपड़े का इस्तेमाल करना चाहती हैं, जो आरामदेह हो और जिसे धोने में मुश्किल न हो।
यूथ आइकॉन मीडिया डेस्क,
आधुनिक दौर में सोशल मीडिया जितनी जल्दी लोकप्रिय हुआ है उतना ही उसकी भूमिका पर सवाल भी खड़े हो रहे हैं। लेकिन मेरा यह मानना है कि सोशल मीडिया अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का सबसे मजबूत स्तंभ बनकर उभरा है। कुछ लोग भले ही इसका इस्तेमाल नाकारात्मक चीजों के लिए कर रहे हों लेकिन अधिकांश लोग इसका इस्तेमाल जागरूकता फैलाने के काम में कर रहे हैं। किसी को किसी भी प्रकार की मद्द की आवश्यकता हो तो मुझे लगता है जितनी जल्दी सोशल मीडिया के माध्यम से आप तक मद्द पहुंच सकती है उतनी जल्दी और कहीं से नहीं। क्यों आपके साथ बड़ी संख्या में लोग जुड़े हुए हैं और एक वड़ा वर्ग लगातार सोशल मीडिया में सक्रिय रहता है।
महिला हिंसा उत्पीड़न के मामलों में अगर देखा जाये तो सोशल मीडिया के आने बाद काॅफी जागरूकता आई है। महिला सुरक्षा को लेकर लगातार काम हो रहा है। आपको शायद याद हो कि कुछ साल पहले एक खबर आई थी कि चेन्नई की तीन ऑटोमोबाइल इंजीनियरों ने महिलाओं के लिए ऐसी अंतःवस्त्र (पेंटी या ब्रा) डिजाइन करने का दावा किया है,
जिसकी लेस में जीपीएस (ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम) व ग्लोबल सिस्टम फॉर मोबाइल कम्यूनिकेशन (जीएसएम) लगाया गया है। इससे मुश्किल में फंसी महिलाओं के परिजनों व पुलिस तक एसएमएस पहुंच जाएगा।
SHE – Society Harnessing Equipment (सोसाइटी हैरेसिंग इक्विपमेंट ‘शी’ ) की सह निर्माता Manisha Mohan (मनीषा मोहन) ने कहा, अंतःवस्त्र (पेंटी या ब्रा ) की लेस में जीपीएस, जीएसएम लगाया गया है। इसके अलावा अंतःवस्त्र (पेंटी या ब्रा) में संवेदी उपकरण भी लगाया गया है, जो थोड़ा सा दबाव डाले जाने पर 3800 किलोवोल्ट का बिजली का झटका देता है। इसके बाद मुसीबत में फंसी महिला के परिजनों और पुलिस को एसएमएस एलर्ट चला जाता है।
उन्होंने बताया कि बसों व सार्वजनिक स्थलों पर असहज स्थितियों से बचने व महिलाओं की स्वतंत्रता को सुनिश्चित करने के लिए यह उपकरण विकसित किया गया है। अंतःवस्त्र में लगे संवेदी उपकरण से 82 बार बिजली के झटके लग सकते हैं। मनीषा चेन्नई स्थित Sri Ramaswamy Memorial University Chennai में इंजीनियरिंग की छात्र है। उन्होंने अपनी दो अन्य सहयोगियों रिंपी त्रिपाठी और नीलाद्री बसु पॉल के साथ मिलकर शी नाम के इस अंतःवस्त्र (पेंटी या ब्रा) का प्रोटोटाइप तैयार किया है। तीनों इस समय शी को बाजार में उतारने की अंतिम तैयारियों में जुटी हैं।
प्रीति का ‘कवच’ करेगा महिलाओं की सुरक्षा
सोशल मीडिया के जरिए ही मुझे जानकारी मिली कि मशहूर अभिनेत्री प्रीति जिंटा भी महिला सुरक्षा को लेकर लगातार काम कर रही हैं। भारतीय महिलाओं की सुरक्षा के लिए एक खास तरह का ऐप जल्द ही लॉन्च करने वाली हैं। ‘कवच’ नाम के इस ऐप के लिए प्रीति ने सेना के रिटायर्ड अफसरों और जवानों की मदद ली है। इस ऐप में यह व्यवस्था की जा रही है कि मुसीबत के समय महिलाओं की मदद के लिए पुलिस से पहले उनकी खास टास्क फोर्स मौके पर पहुंचे और खतरे को टालने या अपराध होने के बाद की स्थिति में महिलाओं की मदद करे। इस ऐप को स्मार्ट फोन पर डाउनलोड करते समय महिलाओं को अपने बारे में मूलभूत जानकारियों के अलावा अपने स्वास्थ्य मसलन दिल का मरीज, डायबिटीज या अन्य किसी तरह की गंभीर बीमारियां होने के बारे में जानकारी भरनी होगी। जीपीआरएस के जरिए यह ऐप अपने उपयोगकर्ताओं की लोकेशन के बारे में उनके रिश्तेदारों को हर वक्त सटीक जानकारी देता रहेगा। प्रीति ने बताया कि अपराध होने या अपराध की आशंका पर इस ऐप का पैनिक बटन दबाते ही उनकी कंपनी की टास्क फोर्स का कंट्रोल रूम हरकत में आ जाएगा। इस कंट्रोल रूम से सबसे पहले पुलिस को फोन किया जाएगा और इस कॉल को रिकॉर्ड भी किया जाएगा। इसके साथ ही टास्क फोर्स के पांच अफसर, जिसमें तीन पुरुष और दो महिला होंगे, तुरंत महिला के फोन करने के वक्त की लोकेशन का जीपीआरएस के जरिए पता करके वहां पहुंचेंगे। लोकेशन पता लगाने के लिए यह ऐप उसी तकनीक का इस्तेमाल करेगा, जिसके जरिए ओला या उबर जैसी टैक्सी सर्विसेज ग्राहकों तक पहुंचती हैं।
Youth Icon Creative Media – 9756838527 , 7060214681
Gajab Kya baat hai ji
Good job
Good mam it’s a wonderful device to catch the criminals and put them behind bars. On the other hand Will it be safe for women body also any radiation affect protection is provided in it.
Youthicon is really putting so much towards society.
Best wishes
Regards
Nice its a change of youth and human being
I salut this invention.