Shashi Bhushan Maithani ‘Paras’
Youth icon Yi रिपोर्ट
देश का एक ऐसा ईलाका जहां पर लूटे जाते हैं लोग और लुटेरों के साथ होता है सिस्टम का पक्का एग्रीमेंट । और यह ईलाका है उत्तर प्रदेश का खतौली जहां पर खुले आम हाईवे के किनारे होती है लूट । इस हाइवे से होते हुए देश की राजधानी दिल्ली तक जाने व आने वाले मुशाफ़िरों को खुल्लम खुल्ला लूटा जा रहा है । और लूटेरों के साथ बकायदा लूट का पक्का एग्रीमेट अर्थात करार भी किया जाता है । खबर जरूर आप सबको हैरान परेशान कर रही होगी । लेकिन यह सच है इस लूट को करारनामे के बाद ही अंजाम दिया जाता है ।
जी हाँ लूटेरों के साथ एग्रीमेंट वह भी खूली लूट का । ऐसे में लुटेरों को पकड़े जाने का कोई खतरा ही नहीं है । मजेदार बात यह भी है कि लुटेरा हाइवे के किनारे लगभग चौबीसों घंटे लूटने के लिए तैयार रहता है । और खास बात यह है कि जिन्हे लूटा जाता है उन्हे बाकायदा बसों मे भर-भर कर लुटेरे की मांद मे जानबूझ कर धकेला जाता है ।
और इसी लूट का शिकार बन रहे हैं उत्तराखंड के वह तमाम मुशाफ़िर जो देहरादून, ऋषिकेश, हरीद्वार सहित पर्वतीय क्षेत्रों से देश की राजधानी दिल्ली तक आते- जाते हैं ।
उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों मे सफर करने वाले अंजान मुशाफ़िरों को एक सोची समझी चाल के तहत लुटेरों के सामने लुटने के लिए छोड़ दिया जाता है । और यह लूटने लुटाने का सिलसिला पिछले कई वर्षो से सरकारी सिस्टम की मिली भगत से खतौली मे परवान चढ़ रहा है । ऐसा नहीं है कि विगत वर्षों मे किसी पीड़ित ने सरकारी तंत्र के सामने अपने लुटे जाने का दुखड़ा न रोया हो । मै खुद इस बात की गवाही दे सकता हूँ कि आज से लगभग 6 वर्ष पहले जब मेरे साथ भी दिल्ली देहरादून हाईवे पर उत्तराखंड परिवहन निगम की बस के ड्राईबर व कंडक्टर की मिलीभगत से लूट हुई थी तो तब मेरे द्वारा सरकारी तंत्र यानि कि परिवहन विभाग के आला अधिकारियों को बस मे मौजूद शिकायत पेटी व दर्शाये गए मोबाईल नंबरों पर अपने साथ घटी घटना के बारे मे बताया गया था लेकिन तब उसी वक़्त फोन पर की गई शिकायत मे तुरंत आश्वासन तो मिला लेकिन शिकायत पेटी मे डाली गई लिखित शिकायत का आज तक पता न चल सका । और ऐसे ही नजाने कितने लोगो द्वारा विगत वर्षों मे इस लूट की शिकायत भी दर्ज की गई होगी लेकिन मै समझ सकता हूँ कि उन शिकायतों का क्या हश्र हुआ होगा ।
लेकिन हाल ही मे लूट खसोट के इस अड्डे पर काल बनकर टूटा है पहाड़ का एक लाल । जिसने इस खुली लूट की शिकायत आला अधिकारियों से करने के बजाय सीधे पब्लिक प्लेटफार्म सोशल मीडिया फेसबुक पर बहस के लिए ले आया । देखते ही देखते अपलोड की गई पोस्ट पर सैकड़ों लाईक , कमेंट्स की झड़ी लग गई इसके अलावा अभी रिपोर्ट लिखे जाने तक 304 से ज्यादा लोगों ने पीड़ित युवक की पोस्ट को अपनी-अपनी फेसबुक वाल शेयर कर उत्तराखंड सरकार व परिवहन निगम को खरी खोटी सुनानी शुरू कर दी थी ।
यह है मामला :
दरअसल भारत भूषण गैरोला नाम के युवक ने मुझे मेल एवं व्हाट्स्प के मार्फत भेजी अपनी आपबीती मे बताया कि 5 मार्च को वह हरिद्वार से दिल्ली जाने के लिए उत्तराखंड परिवहन निगम की बस संख्या UK07PA0838 मे अपने मित्र मनोमय पंत के साथ सवार हुए । दिल्ली जाते हुए रास्ते मे ड्राईबर ने बस को खतौली मे हाइवे के किनारे बने एक रेस्टोरेन्ट पर लेजाकर खड़ी कर दी और यात्रियों से कह दिया कि फटाफट खाना खा लें गाड़ी एक निश्चित समय तक ही इस रेस्टोरेन्ट मे रुकेगी । पीड़ित युवक भारत भूषण गैरोला
ने बताया कि उक्त रेस्टोरेन्ट मे डबल्यूएच भी अपने दोस्त के साथ पहुंचा तो सबसे पहले उन्होने रेट लिस्ट को देखा जिसमे 40/- रूपया प्रति परांठा दर्शाया गया था उसके बाद दोने ने अपने बजट के अनुसार दो आलू के पराठों का ऑर्डर दिया लेकिन जब बिल हाथ मे आया तो वो हो गया रूपया 870/- , दो पराठों का इतना भारी बिल देख दोनों युवक सकपका गए थे । पीड़ित युवक ने आगे बताया कि फिर हमने काउंटर पर जाकर हिसाब पूछा तो जबाब मिला कि आपने तो आलू परांठे के साथ रायता और साथ मे छोले भी तो थे वही सब जोड़कर आपका बिल अब रूपया 870/- का हुआ है और इसमे वैट भी जुड़ता है । इसलिए आपको पूरी पेमेंट करनी होगी । भारत भूषण गैरोला ने बताया कि फिर हम दोनों ने काफी मिन्नतें की कि भाई कुछ कम कर दो लेकिन वह बिल्कुल भी नहीं माना थक हारकर दोनों दोस्तों ने उसे रुपए 700/- दिए और कहा कि हमारे पास अभी इतना ही है , हम चाहकर भी इससे ज्यादा नहीं दे सकते हैं । युवक बताता है कि फिर हम दोनों ने यह सोचा कि इस जगह पर आए दिन पहाड़ से आने वाले उनके जैसे ही अनेकों लोग ठगे व लूटे जाते होंगे जिनकी आर्थिकी बेहद कमजोर होती है, यह सोचकर दोनों ने तय किया कि क्यों न इस मुद्दे को सोशल मीडिया फेसबुक पर बहस के लिए अपलोड कर दिया जाय । और फिर भारत भूषण ने अपने मोबाईल से ली गई तस्वीरों के साथ पूरी घटना फेसबुक पर बहस के लिए अपलोड कर दी जिसके बाद देखते ही देखते यह मामला जंगल मे फैली आग की तरह जबर्दस्त तरीके से वायरल हो गया । जिसके बाद बात सरकारी तंत्र तक जा पहुंची सोशल मीडिया पर होती जबर्दस्त किरकिरी होते देख शासन मे बैठे नुमाईंडोन ने सीधे पीड़ित युवक को फोन कर कार्यवाही का भरोषा दिया और कहा कि वह फेसबुक से अपनी पोस्ट को हटा दें ।
ऐसे मचा हड़कंप :
एक तरफ फेसबुक पर उत्तराखंड परिवहन निगम व सरकार पर जोरदार कटाक्ष चल रहे थे तो दूसरी ओर सरकारी तंत्र से लेकर लूट खसोट करने वाले सभी इस पहाड़ी युवक की परिक्रमा करने लगे । रेस्टोरेन्ट मालिक और सरकारी अधिकारियों ने युवक से क्या बातें की या उसे किस किस तरह के प्रलोभन दिए गए, पीड़ित युवक ने सभी फोन टेप कर सुरक्षित भी कर लिए थे । पीड़ित युवक भारत भूषण आगे बताता है कि उसे खतौली स्थित रेस्टोरेन्ट मालिक, परिवहन निगम के दो दो बड़े अधिकारियों व एक बाबू साहब द्वारा युवक को फोन किए गए हैं जिनकी आवाज सब रिकार्ड कर ली गयी है ।
भारत भूषण गैरोला ने अफशोस जताते हुए कहा है कि यह हमारा दुर्भाग्य कि ऐसे लूट खसोट करने वाले रेस्टोरेन्ट मालिकों के साथ हमारे उत्तराखण्ड परिवहन निगम द्वारा अनुबन्ध किया गया है । युवक कि मांग है कि ऐसे खुल्लम खुल्ला हो रही लूट खसोट के अनुबंध तत्काल खत्म किए जाने चाहिए । और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही भी सुनिश्चित की जानी चाहिए , ताकि यह घटना भविष्य मे फिर से किसी गरीब और मजबूर व्यक्ति के साथ न घटे ।
उम्मीद की जानी चाहिए कि उत्तराखंड परिवहन निगम इस घटना को एक सबक के तौर पर लेगा और इस तरह के खाने के अनुबंध तत्काल निरस्त कर आवश्यक कार्यवाही भी करेगा ।
नोट – घटना की सूचना अपनी आप बीती सुनाते हुए पीड़ित द्वारा लिखित रूप से मेल के मार्फत हमे दी गई है । साथ रेस्टोरेन्ट मालिक व अधिकारियों के अलावा बाबू के फोन मे हुई वार्तालाप भी मेल के मार्फत हमे भेजी गई है । जिसमे साफ साफ युवक से कहा जा रहा है कि वह कार्यालय मे आकर अपनी शिकायत दर्ज करा लें , व संबन्धित रेस्टोरेन्ट के साथ करार समाप्त कर लिया गया है का आश्वासन भी दिए जाने कि बात सुनी जा सकती है । इसके अतरिक्त रेस्टोरेन्ट मालिक भी युवक से बार बार उसे पैसे लौटाने कि बात कर रहा है भारत भूषण ने बताया कि वह बार बार मेरा बैंक अकाउंट नंबर भी मांग कर रहा है जिसमे वह पैसे वापस डालने कि बात कर रहा है ।
अब भारत भूषण गैरोला का सीधा सवाल सिस्टम से कि आखिर उन्हे मेरा फोन नंबर कहां से मिला और अगर आपको मिला मान लेते हैं लेकिन उत्तर प्रदेश के खतौली मे बैठे रेस्टोरेन्ट मालिक को एक सामान्य सवारी का फोन नम्बर किसने मुहैया कराया ?
Ek din kuch South Indian logon ke sath bhi yahi hadasa hua . Jab Driver aur conductor bhi hotel walon ki pairvi karne laga tab sawariyon ne driver conductor dono ki jamkar fitness ki tab mujhe hotel wale ne bataya ki Uttarakhand Roadways se contract lene ke liye adhikariyon ko moti rakam chukani padhti hai aur iske atirikt bus mein sawaar tickaarthiyon ke anusaar prati bus bhi paisa dena padhta hai . Ab aap swath hi andaza laga sakte hain ki bhrastachar ka management kitni gahrai tak hai .Mera sujhaav hai ki ghar se hi apni roti saath bandhkar chale. Anubandhit dhabon par ek rupee ka saaman Na kharede . Na rahegi baans Na bajegi baansuri
shabhar : sachidananad sharma
अभी अभी किसी मैडम ने बताया कि ऐसे ही उनका लैपटॉप और पैसे लुटेरे ले उड़े तो सरकार क्या जरूरत पड़ी है ऐसी जगह पर यात्रियों को धकेलने की ।
Ha Yaar baat sahi hai.. Ghr se le k chalo.. Mai bhi ek baar luta tha 2008 me… Uske baad kabhi dubaara ni gya wha pe.. Ghr se hi le k aata hu ya train se jaata hu…. Ek jgh se anubandh khtm krne ka mtlb ye nhi ki ab koi ni lootega… Jha pe bhi dusri jgh anubandh hoga wo lootna shuru kr dega…
Very true ! I have myself been a victim to this havoc. Some serious, effect action has to be taken on these legitimate gunddas.
सब गोलमाल है भई गोलमाल है !
Are mere Saath b kiya kutto Ne 700 ka bil WO v sirf 50 rupy k chakr me…..
really very unfortunate …
This has to be stop needs very strong action against the culprits
Best Maithani Ji
Are dosto agar paisa le te ho to quality products to do but ye log ekdam ghatiya quality ko 15 guns jayaada rate se jabardasti vasulte hai shame on such a systematic loot
sam happened to me and my friend aslo.
sabse pahle shashi bhushan maithani ji ne yh khabar youth icon Yi media me uthaai . jiske 4 din bad any a mediya ne is khabar kaa sangyan liya .
sara srey maithani ji ko jata hai .
in luteron par sakht karywaahi honi jaruri hai .
कल ही दैनिक जागरण में पढा की अनुबंद्ध समाप्त कर दिया गया है…. गैरोला जी का प्रयास काबिले तारिफ है
मीडिया को समय रहते यह खबर उठानी चाहिए थी । सभी मीडिया ने 3 दिन बाद खबर उठाई डबल्यूएच भी फोटो और खबर हमारी इसी यूथ आइकॉन न्यूज पोर्टल से
बहुत सही किया आपने. इस लूट को किसी भी कीमत पर जारी नहीं रखा जाना चाहिए. दोषी अधिकारीयों को कडा दंड देना चाहिए.
One way is to file FIR against respective Bus Driver , Conductor and Department head of Roadways . Since being aware they are not faking any action which itself is a crime . Once this will happen they will have to take necessary actions .
ese logo ko sajaa milni jaruri hai bahut acchi Report di hai Shashi Bhushan Maithani Paras ji ne .
दिल्ली रूट का ही नहीं सभी रूट का यही हाल है खुली लूटपाट सरकार के संरक्षण में
आप सबका आभार
और मै आभारी हू मैठाणी जी का जिन्होंने सबसे पहले इस मामले पर लिखा और तब जाकर कुछ कार्यवाही हुई
Ha bhai logo uttrakhand roadways k sub bade officer in logo say bade rakam pahle waslti hai baad mai ye logo say jabarjasti apne man say kuch v bill laga kar logo say osultay hai muradabad mai gadmuktesar gajrolla mai bus drivers apne heshaab say rukte hai unko v kamison milta hai